Star khabre, Faridabad; 6th April : सन् 1857 की क्रांति के अमर शहीद और बल्लभगढ़ रियासत के राजा नाहर सिंह की 202वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जाट समाज (बल्लभगढ़) द्वारा सर्व समाज को साथ लेकर राजा नाहर सिंह महल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में बल्लभगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा मौजूद रहे। सर्वप्रथम उन्होंने शहीद राजा नाहर सिंह की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री ने राजा नाहर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अविस्मरणीय योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कई वीरों ने अपनी जान की आहुति दी और उनमें एक महत्वपूर्ण नाम राजा नाहर सिंह का भी है। उन्होंने कहा कि कम उम्र में ही देश की रक्षा के लिए उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए। उनका बलिदान सिखाता है कि उनकी वजह से हम आज स्वतंत्र भारत में शांति और समृद्धि का अनुभव कर पा रहे हैं। राजा नाहर सिंह की वीरता और साहस की कहानी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी वीरता का गुणगान आने वाली पीढ़ियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन हमें इतिहास से जोड़ते हैं और हमें यह याद दिलाते हैं कि हमारी स्वतंत्रता की एक बड़ी कीमत रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा राज्य सरकार और केंद्र सरकार ऐसे कार्यक्रमों को हमेशा समर्थन देती है, ताकि नई पीढ़ी को अपने इतिहास और वीरता से परिचित कराया जा सके।
उन्होंने लोगों द्वारा राजा नाहर सिंह को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान हमारे देश के लिए अनमोल है। उनका योगदान और बलिदान हम कभी नहीं भूल सकते। केंद्र सरकार इस दिशा में काम कर रही है और जो भी अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देते हैं, उन्हें भारत रत्न देने का कार्य केंद्र सरकार करती है। मैं आयोजकों की इस मांग को केंद्र सरकार के समक्ष उठाऊँगा। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में अधिक से अधिक जानकारियाँ प्राप्त करनी चाहिए और उन्हें अपने बच्चों को बताना चाहिए ताकि यह वीरों की यादें भविष्य में भी जीवित रहें।
बल्लभगढ़ विधायक पंडित मूलचंद शर्मा ने कहा कि सर्व समाज को देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीदों का सम्मान करना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहना चाहिए। इससे न केवल उनकी याद ताजा होगी, बल्कि देश के युवाओं को भी उनके बलिदान से संघर्ष और सत्कर्मों की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि शहीद केवल किसी एक बिरादरी या मजहब के नहीं होते, बल्कि वे सभी भारतीयों के होते हैं।
इस मौके पर राजा नाहर सिंह के वंशज नरवीर सिंह तेवतिया, जाट सभा बल्लभगढ़ के प्रधान सुभाष चौधरी, टीपरचंद शर्मा, आनंदपाल राठी, रिछपाल लांबा, दयाचंद यादव, प्रेम खट्टर, संदीप चौधरी, लखन बेनीवाल, डॉक्टर अजय भट्टाचार्य सहित इलाके की सरदारी मौजूद रही।