Star Khabre, Faridabad; 09th October : सेक्टर-15 की श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के तत्वाधान में राम ने पेड़ के पीछे छिपकर बाली का वध किया और उसके बाद सुग्रीव को राज्य सौंप दिया। बाली वध के मंचन पर श्रद्धालुओं ने भगवान श्री राम के जयकारे लगाने शुरू कर दिए।
रामलीला के पहले पर्दे में दिखाया कि भगवान राम की हनुमान और सुग्रीव से मित्रता हो जाती है। सुग्रीव भगवान राम को अपने भाई के द्वारा किए गए अत्याचारों से अवगत कराता है। भगवान राम के कहने पर सुग्रीव अपने बड़े भाई बाली को युद्ध करने के लिए ललकारता है। प्रथम बार में सुग्रीव बाली से मार खा कर चला आता है। इसके बाद भगवान राम सुग्रीव को दोबारा युद्ध करने के लिए भेजते हैं। भगवान राम सुग्रीव को बताते हुए कि आप दोनों भाईयों में समानता इतनी है कि वह पहचान नहीं पाए कि कौन सुग्रीव है और बाली। इसलिए बाण नहीं चला पाए। इस बार लक्ष्मण अपनी माला सुग्रीव के गले में पहना देते हैं ताकि बाली और सुग्रीव में पहचान हो सके। इसके बाद सुग्रीव एक बार फिर बाली को युद्ध के लिए ललकारता है और इस बार पेड़ की आड़ में छिपकर भगवान राम बाली का वध कर देते हैं और श्रद्धालुओं ने भगवान श्री राम के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद बाली की पत्नी तारा को बाली के वध पर शोक मनाते हुए दिखाया गया। वहीं सुग्रीव हनुमान सहित अन्य वानर सेना को माता सीता की खोज के लिए भेजते हैं।
रामलीला में दूसरा पर्दा हनुमान का अशोक वाटिका में माता सीता की खोज करने के लिए जाना दिखाया गया। जबकि इसके बाद अक्षय वध के दृश्य मंचन किया गया। अक्षय का वध होने के बाद मेद्यनाद का अशोक वाटिका में आना और हनुमान को बह्मपाश में बांधकर रावण की सभा में प्रस्तुत करना दिखाया गया। सभा में प्रस्तुत होने के बाद रावण और हनुमान के संवाद ने दर्शकों का मन मोह लिया और दर्शकों ने रावण-हनुमान संवाद की खूब सराहना की। आज अंगद-रावण संवाद दिखाया जाएगा।