Star Khabre, Faridabad; 08th October : ‘रावण तेरा घमण्ड हो जायेगा चकनाचूर जब श्रीराम आयेंगे यहां तू पहुंच जायेगा बहूत दूर ’ के संवादों ने गढ़वाल सभा की रामलीला में गूंजे तो सभी दर्शक काफी प्रसन्न हुए और जब रावण और अंगद के बीच युद्ध का दृश्य दिखाया गया तो वास्तव में निर्देशक ने पूरी जान डाल दी इस दृश्य में ओर रावण व अंगद बने कलाकारो ने भी अपने अपने अभिनय में किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी। रामलीला के संयोजक गढ़वाल जन जागृति संस्था के अध्यक्ष मातवर सिंह रावत, महासचिव हर्षपाल सिंह नेगी व सांस्कृतिक सचिव महीपाल सिंह नेगी ने कहा कि यह सभी कलाकार उत्तराखंड के ही है और सभी ने अपनी अपनी कला का प्रदर्शन भली भांति किया है।
गढ़वाली भाषा में यह रामलीला उत्तराखंड के निवासियों को काफी पंसद आ रही है। सभी का कहना है कि पिछले वर्ष यह रामलीला नहीं हुई थी जिसके कारण हमें काफी मायूसी झेलनी पडी परंतु इस बार गढ़वाल सभा के अध्यक्ष देव सिंह गुंसाई के प्रयासों से रामलीला दोबारा से आयोजित की गयी तो उसके लिए गढ़वाल सभा बधाई के पात्र है। रावण-अंगद के संवादो ने पूरी रामलीला को प्रचलित कर दिया और उपस्थित उत्तराखंड वासियों ने इस दृश्य की काफी सराहना की और कहा कि वास्तव में कलाकारो में अभिनय की कोई कमी नहीं है।