Star khabre, National; 13th February : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा के बाद 12 फरवरी को वाशिंगटन डीसी पहुंचने के बाद, अमेरिकी इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। पीएम मोदी का वाशिंगटन पहुंचने पर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ, जिसके बाद वह अपने ठहरने के स्थान ब्लेअर हाउस पहुंचे। यहां भी प्रवासी भारतीयों ने उनका जोरदार स्वागत किया। लेकिन उनके दौरे की शुरुआत अमेरिकी इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मुलाकात से हुई। यह मुलाकात खास थी क्योंकि तुलसी गबार्ड की नियुक्ति हाल ही में सीनेट द्वारा की गई है, और वह अब अमेरिका की 18 इंटेलिजेंस एजेंसियों की प्रमुख बन गई हैं।
तुलसी गबार्ड की नियुक्ति से पहले उनका भारतीय नाम से मिलता-जुलता नाम सुनकर कई लोग भ्रमित हो सकते हैं। हालांकि, तुलसी गबार्ड भारतीय मूल की नहीं हैं, बल्कि उनका नाम हिंदू धर्म के प्रति उनके परिवार के आस्थापूर्वक जुड़ाव के कारण रखा गया था। तुलसी के माता-पिता ने अपनी बेटी का नाम ‘तुलसी’ रखा क्योंकि वे हिंदू धर्म से प्रभावित थे। गबार्ड अमेरिकी राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं और एक पूर्व सैन्य अधिकारी भी हैं।
गबार्ड ने पहले डेमोक्रेट पार्टी से जुड़कर अमेरिकी संसद (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) में सेवा की थी, लेकिन बाद में वह रिपब्लिकन पार्टी से जुड़ीं। उनकी राजनीतिक यात्रा ने उन्हें अमेरिका की सबसे महत्वपूर्ण सैन्य और इंटेलिजेंस एजेंसियों के प्रमुख बनने का अवसर दिया। उनकी नियुक्ति के साथ ही वह अब अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसियों के समन्वयक और प्रमुख बन गई हैं, जो उनके कार्यकाल के लिए एक बड़ा कार्यभार है।
पीएम मोदी ने इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट कर तुलसी गबार्ड को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी। उन्होंने लिखा, “वाशिंगटन डीसी में अमेरिका की इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड से मिला। उन्हें नियुक्ति की बधाई दी। हमने भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वह हमेशा एक मजबूत समर्थक रही हैं।” भारत और अमेरिका के रिश्ते हमेशा से ही रणनीतिक रूप से मजबूत रहे हैं, और दोनों देशों के बीच संबंधों को नया आयाम देने में तुलसी गबार्ड ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनके साथ पीएम मोदी की बैठक इस बात का संकेत देती है कि भारत-अमेरिका साझेदारी को और भी मजबूत किया जाएगा, विशेष रूप से सुरक्षा और इंटेलिजेंस क्षेत्र में। तुलसी गबार्ड की निजी जिंदगी भी काफी दिलचस्प रही है। वह एक सशक्त महिला हैं और उनका राजनीतिक जीवन भी प्रेरणादायक है। उनकी पहली शादी एडर्डो टमायो से हुई थी, जो केवल 4 साल चली। इसके बाद, उन्होंने सिनेमैटोग्राफर अब्राहम विलियम्स से शादी की। गबार्ड की जिंदगी में भारतीय संस्कृति का गहरा प्रभाव है, और वह हमेशा से भारत-अमेरिका संबंधों की प्रबल समर्थक रही हैं।
News Source : PunjabKesari