Star Khabre, Faridabad; 28th December : मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) स्टूडेंट्स को शिक्षा की गुणवत्ता के साथ तैयार करता है, इसी कारण यह देश के बेहतर शैक्षणिक संस्थानों में शामिल है। मानव रचना की इस सोच को उस समय सहारना मिली जब श्रीलंका से 28 प्रतिनिधियों का दल (श्रीलंका की मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन के द्वारा प्रयोजित दौरा) कैंपस में क्वालिटी मानदंडों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए कैंपस में पहुंचा। मंगलवार को श्रीलंका से 28 प्रतिनिधियों का दल एएसक्यू साउथ एशिया के डायरेक्टर श्री जेम्स सिब्बी सिरीएक के अध्यक्षता में मानव रचना कैंपस में पहुंचे। मानव रचना के द्वारा प्रयोग किए जाने क्वालिटी के सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त करने के लिए इस दौरे का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मानव रचना की सोच, सिद्धांतों व क्वालिटी मानदंडों को प्रदर्शित करती हुई प्रैसंटेशन प्रस्तुत की गई। इसके बाद मानव रचना के सीनियर अधिकारियों ने बातचीत के माध्यम से प्रतिनिधियों को द्वारा पूछे गए मानदंडों के बारे में जानकारी दी। इस बातचीत के बाद दल ने मानव रचना इनोवेशन व इंक्यूबेशन सेटंर, सोलर एनर्जी लैब, शूटिंग रेंज, रेडियो मानव रचना, सेंट्रल लाइब्रेरी व अलग-अलग विभागों की लैब में जाकर क्वालिटी के साथ तैयार किए गए ढांचे के बारे में जानकारी प्राप्त की।
श्रीलंका से आए प्रतिनिधियों के दल का स्वागत करते हुए मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के एमडी डा. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की स्थापना क्वालिटी एजुकेशन के उद्देश्य के साथ बेहतर इंसान बनाने की सोच की साथ शुरू हुई थी और संस्थान अपने फाउंडर चेयरमैन की इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि श्रीलंका से आए प्रतिनिध मानव रचना के अनुभवों से बेहतर सीख व जानकारी लेकर जाएंगे। इस मौके पर ब्लूबर्ग के सहयोग से चलाए जा रहे करिकुलम के बारे में प्रैसंटेशन भी प्रस्तुत की गई।
मानव रचना की सराहना करते हुए श्री जेम्स सिब्बी ने कहा कि श्रीलंका से आए प्रतिनिधयों में मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन के सीनियर अधिकारी शामिल है। मानव रचना के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले क्वालिटी के सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त कर श्रीलंका के स्कूलों में उसको लागू करने का प्रयास किया जाएगा। हम मानव रचना का धन्यवाद करते हैं कि मानव रचना ने अपनी क्वालिटी सिस्टम की जानकारी प्राप्त करने की अनुमति दी।
मानव रचना इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी के ईडी व डीन डा. एमके सोनी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया