StarKhabre, Faridabad; 14th May : समाजसेवियों का दोहरा चरित्र, कभी भगवा तो कभी पंजा मेरा मित्र यह वाक्य फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में बडख़ल विधानसभा के कुछ समाजसेवियों पर बिल्कुल सटीक बैठ रहा है। दरअसल फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में जबसे कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा की है, तब से बडख़ल विधानसभा में राजनैतिक से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोग जो या तो किसी संस्था से जुडे हुए हैं या अपने आप को समाजसेवी कहते हैं, उनके लिए दुविधा की स्थिति पैदा हो गई है या यूं कहे कि दोनों हाथों में लड्डू लेकर घूमने वाले लोगों को अब समझ नहीं आ रहा कि वह किस पलड़े में जाकर बैठे।फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो इसमें नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें फरीदाबाद, तिगांव, बल्लभगढ़, एनआईटी, बडख़ल, पृथला, पलवल, होडल और हथीन विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इसमें बडख़ल विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो इस सीट को पंजाबी सीट कहा जाता है। हालांकि यहां गुर्जरों का भी अच्छा खास वोट बैंक है लेकिन पंजाबी वोटर यहां अधिक है।
विधानसभा की बात करें तो यहां से पिछले 10 सालों से यहां भाजपा विधायक हैं जोकि अब हरियाणा में शिक्षा मंत्री भी हैं। बडख़ल विधानसभा के पंजाबी कहे या फिर समाज के वह प्रतिष्ठि व्यक्ति जो समाज में अपना एक स्थान रखते हैं या कहे कि रसूख रखते हैं, वह अब असमंजस की स्थिति में नजर आ रहे हैं। कभी वह भाजपा को समर्थन करते हुए भाजपा प्रत्याशी के कार्यक्रम में नजर आते हैं तो कभी वह पंजे के मित्र नजर आते हैं और पंजे का समर्थन करते दिखाई देते हैं। दरअसल जब से फरीदाबाद लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है, तब से वह यह तय नहीं कर पा रहे कि आखिर वह किस और जाएं।
बात करें भाटिया सेवक समाज के प्रधान मोहन सिंह भाटिया की तो भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर व बडख़ल विधानसभा क्षेत्र की विधायक व हरियाणा शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के साथ भाजपा के पक्ष में खड़े दिखाई देते हैं लेकिन वहीं उनके बेटे गुरचरण सिंह उर्फ चन्नी कांग्रेस पटका पहन कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र प्रताप के साथ उनके कार्यक्रम में दिखाई दे रहे हैं। हालांकि चन्नी को भाजपा के कार्यक्रम में भाजपा का पटका पहन उनके साथ भी देखा गया है। इसी प्रकार एनआईटी-1 से पीर जगन्नाथ जहां भाजपा को अपना आर्शिवाद देते हुए दिखाई दिए तो वहीं उनके बेटे कांग्रेस में दिखाई दे रहे हैं। एक तरह पिता भाजपा का समर्थन करते हुए दिखाई दे रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके बेटे कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र प्रताप का अपने कार्यक्षेत्र में कार्यक्रम करते हुए नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा विनय नाथ, 1-डी से संजय भाटिया सहित अनेक ऐसे लोग हैं जो भाजपा के साथ भाजपा और कांग्रेस के सामने कांग्रेस का साथ देते हुए नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दोनों कार्यक्रम में तो नजर आते हैं लेकिन कैमरे के सामने नहीं आते और कहते हुए नजर आते हैं मुकाबला टक्कर का हैं, इसलिए अभी किसी के प0क्ष में भी बोलना सही नहीं है, जो जीतेगा, उसी का साथ पकड़ लेंगे। अब ऐसे में लोगों को यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि आखिर यह लोग जो खुद को समाजसेवी या संस्था के पदाधिकारी बताते हैं आखिर वह हैं किसके साथ।