Star khabre, Haryana; 5th March : जिले के गांव कंसाला निवासी बलवान ने मंगलवार को रोहतक डीसी ऑफिस में चल रहे समाधान शिविर के बाहर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए आग बुझाई और उसे बचा लिया।
घटना के तुरंत बाद उपायुक्त ने बलवान को अपने कार्यालय में बुलाकर मामले की जानकारी ली और उसकी शिकायत सुनी। इसके बाद पीड़ित को इलाज के लिए पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया।
बलवान का आरोप है कि गांव के सरपंच ने मनरेगा योजना में भारी धांधली की है, जिसकी शिकायत वह कई बार प्रशासन से कर चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसका कहना है कि अधिकारी सरपंच को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उसकी शिकायतों को अनदेखा किया जा रहा है।
पीड़ित ने बताया कि उसने समाधान शिविर में भी अपनी समस्या रखी थी, लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे निराश होकर उसने आत्मदाह का प्रयास किया। उपयुक्त धीरेंद्र खडगटा ने बताया कि गांव कंसाला निवासी पंच बलवान ने मनरेगा में भ्रष्टाचार की शिकायत की हुई थी जिसकी सुनवाई लोकपाल ने की थी। सुनवाई के दौरान बलवान ने स्वयं बयान दिया था कि वह जांच नहीं करवाना चाहता।
उन्होंने कहा कि लोकपाल स्वतंत्र रूप से कार्य करते हैं। अगर वह दोबारा समाधान शिविर में आया है तो उसकी शिकायत पर सुनवाई होगी और कारवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि बुधवार को बलवान समाधान शिविर में पहुंचा इस दौरान जिला परिषद के सीईओ प्रदीप समस्याएं सुन रहे थे।
उसने अपनी शिकायत दी जिस पर उसे कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। शिकायत करने के बाद वह कमरे से बाहर आ गया आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया, जिससे वह ज्यादा झुलसने से बच गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया है। उन्होंने कहा कि उपचार के बाद बलवान की काउंसलिंग की जाएगी और असल कारणों का पता लगाया जाएगा जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
News Source : PunjabKesari