Star khabre, Haryana; 29th November : शिक्षकों की तरह अब हरियाणा में डॉक्टरों के भी ऑनलाइन तबादले होंगे। राज्य सरकार इसके लिए पॉलिसी बनाने जा रही है। तीन अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है जो एक माह में अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी। यह कमेटी इस बात का भी पता लगाएगी कि देश के किसी राज्य में डॉक्टरों के आनलाइन तबादलों की व्यवस्था है या नहीं। अगर किसी राज्य में डॉक्टरों के ऑनलाइन तबादले होते हैं तो कमेटी वहां जाकर उस प्रक्रिया को समझेगी। हरियाणा सरकार ने देश में सबसे पहले शिक्षकों के ऑनलाइन तबादलों की पॉलिसी तैयार की थी।
इसके बाद उत्तर प्रदेश समेत कई भाजपा शासित राज्यों ने हरियाणा के शिक्षकों की ऑनलाइन तबादला पॉलिसी को अपने यहां में लागू किया था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल में यह पॉलिसी बनी थी।अब हरियाणा के स्वास्थ्य सचिव सुधीर राजपाल ने डॉक्टरों के ऑनलाइन तबादलों की पॉलिसी तैयार करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। इसके अध्यक्ष स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव आदित्य दहिया होंगे। कमेटी में स्वास्थ्य महानिदेशक डा. मनीष बंसल और स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात एसएमओ डा. निशिकांत सदस्य होंगे।
2016 में भी हुई थी ऐसी पहल
हरियाणा के सरकारी डॉक्टर लंबे समय से चाहते थे कि उनके तबादले ऑनलाइन होने चाहिए, ताकि इन तबादलों में राजनीतिक हस्तक्षेप न रहे। प्रदेश सरकार ने साल 2016 में भी ऑनलाइन तबादला नीति बजाने की पहल की थी, लेकिन तब यह कामयाब नहीं हो सकी थी। उस समय अनिल विज राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे। उस समय ट्रायल के तौर पर स्वास्थ्य विभाग में 482 डॉक्टरों के ऑनलाइन तबादले किये गए थे, लेकिन तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह कहते हुए इन तबादलों पर रोक लगा दी थी कि तबादलों का डाटा अपलोड किए जाने में मिल रही अनियमितताओं के मद्देनजर यह रोक लगाई गई है। कुछ डॉक्टर कपल (पति-पत्नी) के तबादलों सबंधी पूरा डाटा वहीं होने की वजह से भी यह रोक लगाई गई थी।
News Source : PunjabKesari