Star khabre, Chandigarh; 29th March : हरियाणा के 6 कांग्रेस विधायक और चंडीगढ़ पुलिस आपस में भिड़ गई। विधायक शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी में डिनर के लिए जा रहे थे। जब वे 2 गाड़ियों में वहां पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
पुलिस ने कहा कि अंदर पार्किंग फुल है। वह गाड़ी बाहर खड़ी करें और पैदल अंदर जाएं। इस बात को लेकर दोनों तरफ से बहस हो गई। विधायकों ने कहा कि हम विधायक हैं, हमारी गाड़ियों को आगे जाने दो। इस पर पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया कि विधायक हो तो धमकाओगे क्या, यहां पावर मत दिखाना। इस दौरान एक पुलिसवाले ने एक विधायक को पीछे की तरफ धकेल दिया।
काफी देर तक बहस के बाद पुलिस अधिकारी ने विधायकों को आगे जाने की अनुमति दे दी। घटना 26 मार्च को सेक्टर 2 की है। आज, 28 मार्च को 2.15 मिनट का वीडियो सामने आने के बाद इसका खुलासा हुआ।
विधायकों-चंडीगढ़ पुलिस के बीच क्या हुआ, 5 पॉइंट्स में जानिए
- 1.पेटवाड़ बोले- बैरिकेडिंग गाड़ी के सामने अड़ाई:
वीडियो में विधायक जस्सी पेटवाड़, विधायक इंदुराज नरवाल, कुछ व्यक्ति और चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी दिखाई दे रहे हैं। पेटवाड़ पुलिस अधिकारी को कहते हैं कि “तुमने भागकर बैरिकेडिंग गाड़ी के सामने अड़ाई। हमारे ड्राइवर ने कहा कि मैं विधायकों को आगे छोड़कर वापस आ जाऊंगा। हम कौन हैं? ये भी समझा दो इन्हें।” - 2. एक घंटे से ड्राइवर को धमका रहे:
इस पर पुलिस अधिकारी कहता है कि “हम आपकी सुरक्षा के लिए यहां खड़े हैं।” पेटवाड़ कहते हैं कि “एक घंटे से ड्राइवर को धमका रहे हो। हम पीछे वाली सीट पर चुपचाप बैठे थे।” अधिकारी कहता है कि “कौन धमका रहा है?” इस पर एक पुलिस अधिकारी जस्सी पेटवाड़ के पास जाकर कहते हैं कि “आप गाड़ी में बैठ जाइए।” तभी पेटवाड़ कहते हैं “ये वर्दी में गलत बोल रहा है।” - 3. पुलिस अधिकारी बोले- पावर मत दिखाना:
विधायक का ड्राइवर पुलिस अधिकारी को कहता है कि “आपका बोलने का तरीका सही नहीं है।” तब पुलिस अधिकारी ड्राइवर को कहता है कि “पावर मत दिखाना।” तब पेटवाड़ कहते हैं कि “जाओ भाई तुम, मैं पैदल आता हूं।” - 4. विधायक इंदुराज को पीछे धकेला:
तभी एक पुलिस अधिकारी विधायक इंदुराज नरवाल को पकड़कर पीछे की तरफ धकेलता है। तब नरवाल उसे कहते हैं कि “दम क्यों दिखा रहा है, मैं भी विधायक हूं। गजब ही हो गया भाई तेरा तो। मैं समझाने लग रहा हूं और तू धक्के मार रहा है, विधायक हूं मैं।”5.इंदुराज बोले- यूं ही मान रहे हो क्या मुझे:
इस पर पुलिस अधिकारी कहता है कि “हमारे विधायक जानकार नहीं हैं क्या?” नरवाल कहते हैं कि “मैं विधायक हूं, कभी तू यूं ही मान रहा हो मुझे।” इसके बाद कुछ लोग मध्यस्थता करते हैं और विधायक की गाड़ी आगे निकल जाती है। इसके बाद वहां खड़ा पुलिस अधिकारी कहता है, “विधायक है तो धमकाएगा।”चंडीगढ़ पुलिस से विवाद पर किस MLA ने क्या कहा…
- इंदुराज बोले- गाली दीं और हाथापाई की: बरोदा से विधायक इंदुराज नरवाल ने बताया कि 26 मार्च की रात 8 बजे हम शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की सेक्टर 2 स्थित कोठी में डिनर के लिए जा रहे थे। आगे वाली गाड़ी में विधायक जस्सी पेटवाड़, बलराम दांगी, विकास सहारण और देवेंद्र हंस बैठे थे। पीछे वाली गाड़ी में मैं और विधायक शीशपाल थे। पुलिस ने उन्हें कोठी से पहले बैरिकेड लगाकर रोक लिया। चंडीगढ़ पुलिस ने गाली गलौज और हाथापाई की। गाड़ी में गनमैन मौजूद नहीं था।
- पेटवाड़ बोले- इंस्पेक्टर ने बदतमीजी की: नारनौंद से कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि हम मंत्री के डिनर प्रोग्राम के लिए जा रहे थे। गाड़ी में हम 4 विधायक थे। विधायकों और मंत्रियों के लिए कार्यक्रम स्थल के पास पार्किंग बनाई गई थी। उससे पहले पुलिस ने उनकी गाड़ी रुकवा ली। पगड़ी पहना इंस्पेक्टर हमारे साथ बदतमीजी करने लगा। उसने कहा कि गाड़ी यहीं खड़ी कर पैदल जाओ। दूसरी गाड़ियां जा रहीं थी। हमने उसका नाम नहीं नोट किया। बाद में मामला शांत हो गया तो हमने कोई शिकायत नहीं की।
- शीशपाल बोले- पुलिसकर्मी बड़ी बदतमीजी कर रहा था: सिरसा की कालांवाली से विधायक शीशपाल केहरवाला ने बताया कि कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने अपने आवास पर खाने का प्रोग्राम रखा था और उनको निमंत्रण देकर बुलाया हुआ था। गाड़ी में आगे जस्सी पेटवाड़, विकास सहारण, बलराम दांगी और देवेंद्र हंस थे। पीछे मैं था। मंत्री के घर से कुछ दूरी पर चौक के पास पुलिसकर्मी ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। वह चारों विधायकों से बहस करने लगा। यह देख मैं भी वहां पर पहुंचा तो पुलिसकर्मी बड़ी बदतमीजी करने लगा। वह धौंस जमाते हुए बोला कि क्या हुआ विधायक हो तो, मैं नहीं जाने दूंगा। इस पर काफी बहस हुई थी।
इंस्पेक्टर बोले- विधायक आगे जाने के जिद पर अड़े
ट्रैफिक इंस्पेक्टर सूबा सिंह ने बताया कि 26 मार्च की रात करीब 9 बजे हरियाणा के विधायक सेक्टर 3 स्थित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम स्थल के अंदर पार्किंग भर जाने के कारण बैरिकेडिंग की गई थी। उन्होंने विधायकों को आगे जाने से रोका, लेकिन विधायक आगे जाने की जिद पर अड़े रहे। इसी बात पर दोनों में बहस शुरू हो गई। अंत में, पुलिस ने विधायकों को आगे जाने दिया।News Source : DainikBhaskar