Star khabre, Haryana; 15th February : हरियाणा के 10 नगर निगम समेत 41 निकायों में चुनाव की हलचल तेज हो गई है। BJP ने शुक्रवार को मेयर उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी की। हालांकि पहली लिस्ट को अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने गलत बताते हुए वापस ले लिया। देर शाम दूसरी लिस्ट जारी की गई।
जिसमें सिर्फ गुरुग्राम का मेयर उम्मीदवार बदला गया। इसके बाद रात को भाजपा ने नगर पालिका और नगर परिषदों के चेयरमैन उम्मीदवारों की भी लिस्ट जारी की। इसके बाद वार्ड पार्षद उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी की जा रही हैं।
वहीं AAP ने भी 2 मेयर उम्मीदवारों का ऐलान किया। इनमें रोहतक से अमित खटक और सोनीपत से कमलेश कुमार सैनी को मेयर टिकट दिया है।
निकाय चुनाव से जुड़े अपडेट्स ….
- अंबाला नगर निगम में बीजेपी उम्मीदवार सैलजा सचदेवा का नामांकन कराने परिवहन मंत्री अनिल विज पहुंचे। उनके साथ पूर्व मंत्री असीम गोयल भी मौजूद रहे।
- CM नायब सैनी हिसार से BJP के मेयर उम्मीदवार प्रवीन पोपली का नामांकन कराएंगे। उनके साथ पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा, विधायक रणधीर पनिहार मौजूद रहेंगे।
- आम आदमी पार्टी (AAP) ने 2 मेयर, 5 चेयरमैन और 15 पार्षद उम्मीदवारों का ऐलान किया।
भाजपा के मेयर उम्मीदवारों से जुड़ी खास बातें…
1. हिसार में 2 पूर्व मंत्रियों की नहीं चली हिसार में 2 पूर्व मंत्री मेयर कैंडिडेट को लेकर आमने-सामने थे। निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल और डॉ. कमल गुप्ता अपने-अपने पसंद के नेताओं के लिए लॉबिंग कर रहे थे। कमल गुप्ता अनिल मानी को टिकट दिलाने की पैरवी कर रहे थे।
वहीं सावित्री जिंदल शकुंतला राजलीवाला के नाम के लिए जोर लगा रही थीं, लेकिन पार्टी ने दोनों की सिफारिश को अनसुना कर संगठन की पंसद के नेता को टिकट दिया। दूसरा कारण यहां पंजाबी समाज की नाराजगी का था। क्योंकि पूर्व मेयर गौतम सरदाना पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े थे। इसलिए पंजाबी समाज से आने वाले प्रवीण पोपली को यहां टिकट दिया गया।
2. सोनीपत और करनाल में डैमेज कंट्रोल किया भाजपा ने सोनीपत और करनाल दोनों जगह डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया। दोनों जगहों पर विधानसभा चुनाव में भाजपा अंदरूनी कलह थामते नजर आई थी। सोनीपत में विधायक उम्मीदवार के रूप में निखिल मदान का नाम आगे करने से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन और उनकी पत्नी पूर्व मंत्री कविता जैन नाराज हो गए थे।
उन्होंने बगावत के भी संकेत दिए थे लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मनाने पर वह मान गए थे। इसी वह से अब मेयर टिकट देकर उन्हें खुश किया गया है। इसी तरह करनाल से पूर्व में मेयर रही रेणु बाला गुप्ता भी विधानसभा चुनाव में टिकट मांग रही थीं। मगर उनका टिकट कट गया और वह नाराज हो गई। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर उनको मनाने खुद करनाल गए थे।
3. गुरुग्राम में राव इंद्रजीत की चली, सुधा यादव की करीबी का टिकट कटा भाजपा की दूसरी रिवाइज सूची में गुरुग्राम से चौंकाने वाला नाम सामने आया। पहली सूची में पूर्व सांसद डॉक्टर सुधा यादव की करीबी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी को गुरुग्राम से मेयर कैंडिडेट बनाया गया। इस नाम से केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह नाराज थे।
उनकी नाराजगी का आभास भाजपा केंद्रीय नेतृत्व को हो गया। इसी वजह से पहली लिस्ट को गलत बताकर दूसरी लिस्ट जारी की गई। जिसमें उषा प्रियदर्शी की जगह महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजरानी मल्होत्रा को मेयर कैंडिडेट बनाया गया। वहीं उषा प्रियदर्शी गुरुग्राम में बाहरी नेता हैं। उनके पिता रोहिताश्व शर्मा राजस्थान के बानसूर विधानसभा से पूर्व विधायक हैं।केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल प्रियदर्शी के नाम से सहमत नहीं थे।
4. पानीपत में पिछड़े वर्ग पर दांव, ED रेड से भाटिया पिछड़े पानीपत में मेयर की सीट जनरल है, यानि यहां से कोई भी उम्मीदवार हो सकता है। हालांकि BJP ने यहां ओबीसी चेहरा पूर्व पार्षद कोमल सैनी को उम्मीदवार बनाया। वह BC (B) वर्ग से आती हैं। हालांकि मेयर उम्मीदवारों के लिए कोमल सैनी के अलावा भाजपा ने पंजाबी बिरादरी से पूर्व सांसद संजय भाटिया के मौसेरे भाई नवीन भाटिया का भी नाम भेजा था।
मगर, उम्मीदवारों के ऐलान से एक दिन पहले उन पर ED की रेड हो गई, जिस वजह से वे पिछड़ गए। ऐसा न होता तो उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी। कोमल सैनी की पैरवी सीएम नायब सैनी ने भी की। वह अभी भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं। उनके ससुर रामकुमार सैनी भी पार्षद रह चुके हैं, जिनके सीएम नायब सैनी के साथ अच्छे संबंध हैं।
5. रोहतक में 3 बार विधानसभा चुनाव हारे नेता को टिकट रोहतक में भाजपा ने तीन बार विधायक का चुनाव हार चुके भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम अवतार वाल्मीकि पर एक बार फिर भरोसा जताया है। वाल्मीकि ने 3 बार कलानौर से एमएलए का चुनाव लड़ा। 2009, 2014 व 2019 के चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार शकुंतला खटक से हार का सामना करना पड़ा। 2025 में भी टिकट मांगी, लेकिन टिकट नहीं मिली। वाल्मीकि शुरू से ही RSS में सक्रिय रहे, जिससे उन्हें टिकट मिलने में फायदा हुआ। संघ में अच्छी पकड़ के कारण उन्हें भाजपा में कई अहम पदों पर जिम्मेदारियां भी मिली हैं।
6. फरीदाबाद में महिला चेयरपर्सन को मैदान में उतारा फरीदाबाद से प्रवीण जोशी को भाजपा ने मेयर पद के उम्मीदवार के लिए चुना है। वे वर्तमान में हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन हैं। प्रवीण जोशी का यह पहला चुनाव है, इससे पहले उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा है। हालांकि वह राजनीतिक परिवार से आती हैं।
News Source : DainikBhaskar