Star khabre, Haryana; 6th January : हरियाणा में सोमवार सुबह मौसम ने करवट ली। सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, पानीपत, करनाल और महेंद्रगढ़ में बारिश हुई। सुबह साढ़े 5 बजे मौसम खराब हुआ था। 6 बजे हल्की बूंदाबांदी और फिर साढ़े 6 तेज बारिश शुरू हुई। हालांकि कई जगह धुंध भी छाई।
रोहतक के किलोई खास गांव में सुबह 6 बजे मकान पर आसमानी बिजली गिरी। जिसमें मकान का छज्जा टूट कर गिर गया और घर में चल रहे बिजली के उपकरण जल गए। जिस समय बिजली गिरी घर में मौजूद लोग ग्राउंड फ्लोर पर थे।
सबसे ज्यादा बारिश झज्जर के बहादुरगढ़ और सोनीपत में हुई। बहादुरगढ़ में 5.4MM और सोनीपत में 5MM बारिश दर्ज की गई। इसके साथ झज्जर 1 MM, रेवाड़ी 2 MM, पानीपत 1 MM, महेंद्रगढ़ के नारनौल में 3 MM, अटेली 2 MM, रोहतक 1 MM और सांपला में 7 MM बारिश हुई।
मौसम विभाग ने पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल में मध्यम दर्जे की बारिश होने के आसार जताए हैं, जबकि अन्य जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
10 जनवरी से फिर बारिश के आसार
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। आने वाले दिनों में धुंध का दौर जारी रहेगा। बारिश के भी आसार बने हुए हैं। पहाड़ी हवाओं और धुंध के कारण आने वाले दिनों में भी तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी।
10 जनवरी के करीब मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से बारिश के आसार बन सकते हैं।
10 जनवरी से फिर बारिश के आसार
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी ठंड से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। आने वाले दिनों में धुंध का दौर जारी रहेगा। बारिश के भी आसार बने हुए हैं। पहाड़ी हवाओं और धुंध के कारण आने वाले दिनों में भी तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी।
10 जनवरी के करीब मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से बारिश के आसार बन सकते हैं।
धुंध के कारण 5 जगह हादसे, 4 की मौत
5 जनवरी को 3 जिलों में धुंध के कारण 5 जगह हादसे हुए। इनमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। वहीं रोहतक में रेलवे स्टेशन के पास 35 वर्षीय युवक का शव मिला। पुलिस ने ठंड से मौत की आशंका जताई है। सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हो पाएगा।
पिछली बार बारिश-ओलावृष्टि के कारण फसल बर्बाद हुई
पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि के कारण 949 गांवों के 13 हजार किसानों की सरसों, चना, गेहूं और सब्जियों को नुकसान पहुंचा था। किसानों ने दावा किया है कि 64 हजार हेक्टेयर से अधिक खड़ी फसल खराब हो चुकी है।
News Source : DainikBhaskar