Star khabre, Chandigarh; 18th March : वित्तीय संकट से जूझ रहा चंडीगढ़ नगर निगम अब शहर के प्रमुख चौराहों से एडवर्टाइजमेंट टैक्स वसूलने की तैयारी कर रहा है। इस प्रस्ताव को आगामी हाउस मीटिंग में पेश किया जाएगा, जहां इसकी मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह पहली बार होगा जब नगर निगम चौराहों के रखरखाव के साथ-साथ उनसे राजस्व भी कमाएगा।
वर्तमान में चंडीगढ़ नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में करीब 35 प्रमुख चौराहे आते हैं। जिनका रखरखाव विभिन्न निजी कंपनियों और फर्मों को सौंपा जाता है। अब तक ये कंपनियां केवल चौराहों के सौंदर्यीकरण और रखरखाव की जिम्मेदारी उठाती थीं। लेकिन अब उन्हें नगर निगम को एडवर्टाइजमेंट टैक्स भी देना होगा। इस योजना के तहत ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के जरिए चौराहों को निजी कंपनियों को अलॉट किया जाएगा।
वित्तीय संकट से उभरने की कोशिश
नगर निगम की वित्तीय स्थिति पिछले कुछ समय से कमजोर चल रही है, और इसे सुधारने के लिए लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना के लागू होने से नगर निगम को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। जिसका इस्तेमाल शहर में अन्य विकास कार्यों को गति देने के लिए किया जाएगा।
हाउस मीटिंग में प्रस्ताव की मंजूरी पर टिकी नजरें
अगर यह प्रस्ताव हाउस मीटिंग में पास हो जाता है, तो नगर निगम जल्द ही इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी करेगा और टेंडर प्रक्रिया शुरू कर देगा। इसके बाद इच्छुक कंपनियां आवेदन कर सकती हैं।
नगर निगम का यह कदम शहर की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए अहम साबित हो सकता है। यदि यह योजना सफल रही, तो भविष्य में अन्य स्थानों से भी इस तरह की कमाई करने के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हाउस मीटिंग में इस प्रस्ताव को किस तरह की प्रतिक्रिया मिलती है और क्या इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दी जाती है।
News Source : DainikBhaskar