Star khabre, Chandigarh; 19th March : चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड (CSCL) 20 मार्च को बंद हो जाएगा। इसके बाद इस योजना के तहत बने 36 प्रोजेक्ट्स में से 32 प्रोजेक्ट नगर निगम को सौंपे जाएंगे। जबकि 4 बड़े प्रोजेक्ट अलग-अलग विभागों को दिए जाएंगे। CSCL बोर्ड की मंजूरी के बाद संबंधित विभाग 20 मार्च के बाद इनका काम संभालेंगे।
वहीं चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर जसवीर सिंह बंटी ने कहा कि जिन प्रोजेक्ट में काम होना बाकी है, और आगे उनकी संभाल कैसे होगी। नगर निगम के पास तो पहले से ही पैसे नहीं हैं। ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासन का आगे आना चाहिए। ताकि नगर निगम को मदद मिल सके, ऐसे तो नगर निगम पर और भी बोझ बढ़ता जाएगा।
नगर निगम को मिलने वाले 32 प्रोजेक्ट
गंदे पानी की सफाई के प्लांट (STP)
कचरे के निपटारे के लिए आधुनिक सिस्टम (SCADA)
पुराने जमा कचरे का प्रबंधन (Legacy Waste Management)
कचरा छंटने के केंद्र (MRF सेंटर)
सार्वजनिक टॉयलेट (सेक्टर 17, 22, 35, 43 में नए टॉयलेट बने)
सार्वजनिक साइकिल सेवा (PBS)
शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई
मनीमाजरा में 24 घंटे पानी की सप्लाई का ट्रायल प्रोजेक्ट
मरे हुए जानवरों के निपटारे के लिए प्लांट (Incinerator)
सेक्टर 39 के जल आपूर्ति सिस्टम में सुधार
स्मार्ट सिटी पर खर्च हुए 850 करोड़ रुपए
पूरे प्रोजेक्ट पर 850 करोड़ रुपए खर्च हुए।
600 करोड़ से ज्यादा सिर्फ गंदे पानी की सफाई (STP) और कंट्रोल सेंटर (ICCC) बनाने में लगे।
बाकी पैसा शहर के अन्य विकास कार्यों पर खर्च हुआ।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) 2027 तक नगर निगम के पास रहेगा
पहले ICCC को 2027 तक स्मार्ट सिटी योजना के तहत चलाना था, लेकिन अब नगर निगम इसे देखेगा।
इसके बाद IT विभाग इसे संभालेगा।
स्मार्ट सिटी योजना की समय सीमा बढ़ी, लेकिन बजट नहीं
केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना की समाप्ति तारीख 30 जून 2024 से बढ़ाकर 31 मार्च 2025 कर दी।
2025-26 के बजट में इसके लिए कोई पैसा नहीं दिया गया।
2015 में शुरू हुई थी योजना
चंडीगढ़ को 2016 में स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया।
इसके तहत यातायात, सफाई, पानी, कचरा प्रबंधन और डिजिटल सेवाओं में सुधार का काम हुआ।
यह जिम्मेदारी अब नगर निगम और अन्य विभागों को दी जाएगी।
News Source : DainikBhaskar