Star Khabre, Faridabad; 29 August : राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए विपक्ष सत्तापक्ष के उम्मीदवार के खिलाफ संयुक्त प्रत्याशी भी खड़ा कर सकता है। कांग्रेस के दिग्गज नेता करण ¨सह दलाल ने शनिवार पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ काम कर रही है। बता दें, भाजपा इस मानसून सत्र में विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर भाजपा विधायक को ही आसीन करना चाहती है। इसके लिए हालांकि अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है मगर पार्टी विधायक दल की एक सितंबर को होने वाली बैठक में इस बाबत निर्णय हो जाएगा।
दलाल का कहना है कि कांग्रेस दो बार सत्ता में रही और दोनों ही बार कांग्रेस ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद विपक्ष को दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए यह एक स्वस्थ परंपरा डाली थी मगर अब राज्य में अनुभवहीन सरकार ऐसी परंपराओं को कुलचना चाहती है। पूर्व मंत्री ने कहा कि वैसे तो ऐसे मामलों में राष्ट्रीय दलों में राष्ट्रीय स्तर पर ही फैसला होना चाहिए मगर भाजपा के प्रभारी महामंत्री डा.अनिल जैन का भी इस ओर ध्यान नहीं है क्योंकि वे पार्टी में राजनीतिज्ञ से ज्यादा वित्त का काम देखते हैं। इसलिए उन्हें लोकतांत्रिक मर्यादाओं का ध्यान नहीं है।
पूर्व मंत्री और पलवल के विधायक करण ¨सह दलाल ने कहा कि विपक्ष लोकतांत्रिक मर्यादाओं को कुचलने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि वे अपने दल कांग्रेस सहित इनेलो,बसपा और निर्दलीयों से अपील करेंगे कि विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर सीक्रेट बैलेट से चुनाव हो। दलाल ने दावा किया कि यदि विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव सीक्रेट बैलेट से हुआ तो विपक्ष का उम्मीदवार ही जीतेगा क्योंकि भाजपा के अनेक ऐसे विधायक हैं जो सरकार से नाराज हैं या फिर अपनी पार्टी के उन नेताओं से जिन्होंने मंत्री अथवा चेयरमैन बनाने के नाम पर चंदा लिया हुआ है और चंदा देने बावजूद भी न मंत्री बनाया और न ही चेयरमैन।