Star Khabre, Faridabad; 18th December : बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए वाल्मीकि अंबेडकर शिक्षा मिशन के बैनर तले आज नीलम-बाटा रोड़ स्थित वैश्य धर्मशाला में शिक्षा सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें दूर-दराज से पडऩे वाले बच्चों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। मंच का संचालन महासचिव जयपाल बैनीवाल ने किया।
विशिष्ट वक्तागण की श्रेणी में असिस्टेंट कमिश्नर (सेंट्रल जीएसटी गाजियाबाद) सत्यपाल वाल्मीकि ने कहा कि मानव जाति का भविष्य शिक्षा पर आधारित है। शिक्षा और ज्ञान न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भी आवश्यक है। प्रख्याक्त कवियत्री व लेखिका प्रोफेसर राधा वाल्मीकि ने समाज में नारी शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि एक शिक्षित समाज का निर्माण स्त्री और पुरुष दोनों से मिलकर ही किया जा सकता है। एक पुरुष जब शिक्षित होता है, तो वह केवल एक परिवार या एक समाज का ही विकास करता है लेकिन अगर एक स्त्री शिक्षित होती है, तो वह एक नहीं बल्कि दो परिवार और दो समाज का विकास करने में मदद करती है। इसलिये बेटियों व महिलाओं को शिक्षित करना बेहद जरूरी है।
नेहरू कॉलेज फरीदाबाद के असिस्टेंट प्रोफेसर विवेकानंद चंद्रवाल ने शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे मनुष्य में ज्ञान का प्रसार होता है। इंसान की बुद्धि का विकास भी शिक्षा अर्जित करने से ही होता है। यदि हम अपने जीवन में कुछ अच्छा और बड़ा करना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें शिक्षित होना होगा। एसोसिएट प्रोफेसर संदीप ने कहा कि शिक्षा मानव जीवन का अभिन्न अंग है। केवल शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम से जिससे मनुष्य अपने दिमाग का पूर्ण विकास कर सकता है।
के0 सी0 ग्लोब के सीईओ व चार्टर्ड पब्लिक अकाउंटेंट कमल छाबड़ा ने कहा कि किसी देश के आर्थिक विकास में वाणिज्य का महत्वपूर्ण योगदान पाया जाता है। आज के युग में वही देश विकसित माना जाता है जहां पर वाणिज्य उन्नतशील दशा में होता है। अत: युवाओं को वाणिज्य के क्षेत्र में बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए। अंत में वाल्मीकि अंबेडकर शिक्षा मिशन के अध्यक्ष अनिल चंडाल ने अपने अभिवादन में सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षा ही वह साधन है, जो हमें इस संसार में सबसे श्रेष्ठ बनाती है। शिक्षा से ही समाज व राष्ट्र का विकास संभव है। जिस देश में शिक्षित लोगों की संख्या अधिक होती है वह देश आत्मनिर्भर तथा अधिक विकसित होता है। हम युवाओं को शिक्षित कर देश को एक सभ्य नागरिक तैयार करके देना चाहते हैं। इस शिक्षा सेमिनार में वाल्मीकि अंबेडकर शिक्षा मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मुकेश बैनीवाल, रा0 मुख्य सलाहकार राधे वाल्मीकन, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार लोहट, सुभाष पारछा, विशाल पारछा, पलवल जिला अध्यक्ष जगदीश बैनीवाल, मनोज मास्टर, चंद्रपाल मकवाना, पप्पू बैनीवाल, नरेश खेड़ी, मनोज बालगुहेर, रवि चौटेले, संदीप सौदे, सुनील सारसर, सुनील कुमार लोहट डबुआ, सुनील बैनीवाल, रामकुमार, विशाल, अमित तुषामड़, सूरजभान, अमित मेवाती, अमित बैनीवाल, राहुल जैनवाल, विनोद डबगुहेर आदि विशेष रूप से शामिल रहे।
शिक्षा और ज्ञान देश की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भी आवश्यक: असिस्टेंट कमिश्नर सत्यपाल
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