Star Khabre, Faridabad ; 09th February : आज दिनांक 9 फरवरी को हमने अपने पाठकों को पहले ही बता दिया था की सुमन बाला के जातीय प्रमाण पत्र पर डाली गई याचिका खारिज हो सकती है । जोकि स्टार खबरे द्वारा कही गई बात सही साबित हो गई क्योंकि न्यायालय द्वारा अभी जुबानी घोषित आदेशों से यह सिद्ध हो गया है की सुमन बाला के जातीय प्रमाण पत्र पर डाली गई याचिका का सामाजिक हित हेतु कोई आधार नहीं है ।
स्टार खबरे द्वारा कही गई बात सही साबित हो गई है ।
आज हमने अपने पाठकों को पहले ही बता दिया था कि सुमन बाला के विरुद्ध डाली गई याचिका पांच कारणों से खारिज हो सकती है । स्टार खबरे द्वारा पहले ही बता दिया गया था कि इन 5 कारणों से यह याचिका खारिज की जा सकती है । न्यायालय ने आज सुमन बाला के विरुद्ध डाली गई याचिका को खारिज कर दिया है । हालांकि अभी तक लिखित आदेश नहीं आया है परंतु अगर सूत्रों की माने तो न्यायालय ने सुमन बाला के मेयर पद पर आसीन होने के लिए कोई भी रोक नहीं लगाई है । यानी कि अब अगर संगठन और भाजपा के गुरु चक्रधर की चली तो सुमन बाला का मेयर बनना तय है । यह अदालती जीत सुमन बाला के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। क्योंकि विरोधियों और विपक्षियों के द्वारा बनाया गया षड्यंत्र अब लगभग फेल हो चुका है । क्योंकि न्यायालय ने मौखिक रूप से स्पष्ट कर दिया है कि सुमन बाला के मेयर बनने के संबंध में कोई भी स्टे न्यायालय नहीं दे रही है । इससे यह बात सिद्ध होती है कि जो स्टार खबरे ने पहले बताया था अपने पाठकों को की इन 5 कारणों से याचिका रद्द हो सकती है वह सही साबित हो गई ।
अंतिम फैसला संगठन और गुरु चक्रधर के हाथ में है कि सुमन बाला मेयर बनेगी या नहीं। हालांकि इस पूरे प्रकरण में बहुत कुछ भाजपा का दांव पर लगा हुआ है पर यह एक राजनीतिक प्रक्रिया है।
अब अगली कड़ी में हम अपने पाठकों को बताएँगे की आखिर मेयर पद के पीछे खेल क्या है तब तक बने रहिए स्टार खबरे के साथ।