Shikha Raghav, Faridabad; 06th January : हरियाणा के पूर्व कबिनेट मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा कि नगर निगम चुनाव के दौरान भाजपा के दिग्गज नेताओं द्वारा जारी किया गया परिकल्पना पत्र उनकी चालाकियों का हिस्सा मात्र है। परिकल्पना पत्र एक छलावे से ज्यादा कुछ नहीं है। भाजपा नगर निगम का चुनाव लड़ रही है और वादे व मुहायदे दुनिया.जहान के कर रही है। उन्होंने मांग की कि भाजपा नगर निगम के विकास कार्यों पर श्वेत पत्र जारी करें । यहां अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए विजय प्रताप सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास नगर निगम में करने के लिए बहुत कुछ थाए लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया है। इसीलिए भाजपा के परिकल्पना पत्र में नगर निगम क्षेत्र और नगर निगम प्रशासन के विषय में कोई ठोस उपलब्धि शामिल नहीं की गई है। यह परिकल्पना पत्र झूठ का पुलिंदा है और इस झूठ के पुलिंदे को गढने से पहले भाजपा नेता यह भूल गए थे कि इस परिकल्पना पत्र को नगर निगम चुनाव के मद्देनजर जारी किया जाना है। इस परिकल्पना पत्र में उन उपलब्धियों को जोड़ दिया गया है । जो कांग्रेस कार्यकाल में या तो मंजूर हो चुकी थी या फिर उन पर काम शुरू हो चुका था।
विजय प्रताप सिंह ने कहा कि जिन कार्यों के लिए भाजपा स्रेय का प्रयास कर रही है। उनमें से 80 फीसद कार्य कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए हैं। आगरा नहर और गुडग़ांव नहर पर जो सात नए पुल बनवाए गए हैं उनकी प्रक्रिया कांग्रेस सरकार में शुरू हो चुकी थी। भाजपा बताए कि उसने इन 2 सालों में कितने पुल शुरू किये हैंं। मझावली में प्रस्तावित पुल अभी फाइलों से ही नहीं निकल पाया है। भाजपा सरकार का दावा है कि वह रोजाना 15 किलोमीटर सडक़ बनाती है। किंतु सिक्स लेन का कार्य पिछले 2 सालों में भी पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि अभी कुछ महीने पहले गंदगी के कारण आधा शहर चिकनगुनिया और डेंगू की चपेट में आ गया था। नगर निगम की इस लापरवाही के कारण लोगों ने अपने सैकड़ों यारों.प्यारों को गवांं दिया।भाजपा किसी नई योजना को लाने के बजाय जनता के साथ छल और फरेब कर रही है।ण्जिसकी एक मिसाल यह है कि कांग्रेसी सरकार में पंडित जवाहर लाल नेहरू अर्बन रिन्यूअल मिशन स्कीम लागू की गई। इस कंसेप्ट को बदलकर इस योजना का नाम स्मार्ट सिटी रख दिया गया। स्मार्ट सिटी के लिए जो भी डॉक्यूमेंटेशन अब पेश किया जा रहा है। उसकी 80 फीसद तैयारी अर्बन रिन्यूअल मिशन स्कीम के तहत की जा चुकी थी। इतना ही नहीं पेयजल योजना के लिए मनमोहन सरकार ने 450 करोड रुपए जारी भी कर दिए थे।
विजय प्रताप ने मांग की कि भाजपा नेतृत्व रंगीन और महंगा परिकल्पना पत्र छपवाना और बंटवाना बंद करे। इसकी जगह पर श्वेत पत्र जारी करे कि पिछले 2 सालों में नगर निगम ने ओरिजिनल वर्ष यानी विकास कार्यों पर कुल कितना खर्च किया है। सब जानते हैं कि नगर निगम के आय के स्रोत सीमित हैं। हरियाणा सरकार के अनुदान के बगैर नगर निगम विकास नहीं करवा सकता। तो हरियाणा सरकार ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए 2 सालों में कितनी राशि नगर निगम को जारी की है। इसका श्वेत पत्र में खुलासा किया जाए।