Shikha Raghav, Faridabad; 03rd May : फरीदाबाद पत्रकार पूजा तिवारी की मौत आत्महत्या या हत्या? यह प्रश्र लगभग 35 घंटे बीतने के बाद भी वहीं का वहीं खड़ा हुआ है। पूजा तिवारी की मौत के संबंध में हर घंटे नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि इन खुलासों के पीछे की सच्चाई क्या है, यह अभी कोई नहीं जानता। वहीं पूजा तिवारी सुसाईड केस में पुलिस ने पूजा के माता पिता के बयान पर तीन डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जबकि पुलिस इस मामले में संदिग्ध पुलिसकर्मी अमित को बचाने का प्रयास कर रही है। सूत्रों से तो यह भी पता चला है कि पुलिस ने अभी तक घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मी अमित और पूजा की फै्रंड अमरीन की मेडिकल जांच भी नहीं कराई है जो पुलिस को सबसे पहले करानी चाहिए थी। मंगलवार को पूजा तिवारी सुसाईड केस के चलते सिटी प्रैस क्लब ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमें पूजा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और यह मांग की कि पत्रकार पूजा तिवारी सुसाईड केस की निष्पक्ष जांच हो ताकि सच सामने आ सके। वहीं न्यू मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के सदस्य पुलिस कमिश्रर से मिले और उन्होंने भी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
जैसा कि आप जानते हैं कि पूजा के साथ जिस समय यह घटना घटी, उस समय फ्लैट पर पुलिसकर्मी अमित और पूजा की फै्रंड अमरीन मौजूद थे। घटना रविवार देर रात 1:30 बजे की है। पुलिस के अनुसार पत्रकार पूजा की फै्रंड अमरीन ने पुलिस को बताया है कि वह रात को सोने के लिए अपने कमरे में चली गई थी। जबकि पूजा और अमित दोनों बाहर लिविंग रूम में बैठे खा-पी रहे थे। करीब डेढ़ बजे अमित ने दरवाजा खटखटाया और उसे बताया कि पूजा खिडक़ी से नीचे कूद गई है। अब यहां सोचने वाली बात यह है कि अमित इतनी रात को पूजा के साथ उसके फ्लैट पर क्या कर रहा था। जबकि पूजा के परिजनों का कहना है कि अमित से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं।
इस घटना में नया मोड़ तब आया जब बीके अस्पताल में एक महिला अचानक आ गई और उसने अपने आप को पूजा की मुंहबोली भाभी बताया। उसने बताया कि पूजा एक पुलिसवाले अमित के साथ उसके सामने वाले घर में रहती थी। पूजा ने उन्हें अमित के बारे में बताया था कि वह उसका पति है, उसने उससे शादी की है। उक्त महिला ने बताया कि अमित जोकि पुलिस वाला था, वह पूजा के साथ काफी मारपीट करता था। हर छोटी-बड़ी बात पर पूजा को टोकता था और पूजा और अपने रिश्ते को सार्वजनिक करने पर भी उसके साथ मारपीट करता था। उन्होंने बताया कि पूजा ने अमित के साथ की हुई शादी के अपने फोटो भी उन्हें दिखाए थे लेकिन वह फोटो उन्हें भेज नहीं सकती थी क्योंकि अमित ने उस पर पाबंदी लगाई हुई थी। पूजा अक्सर शनिवार और रविवार को हमारे साथ ही समय बिताती थी क्योंकि अमित शनिवार और रविवार को अपने घर रोहतक जाता था, जहां उसकी पहले से ही शादी हो रखी है, जिससे अमित को दो बच्चे भी हैं। महिला की माने तो पूजा की मौत में सबसे बड़ा हाथ अमित का ही है।
इस पूरे मामले को देखा जाए तो पुलिस अपने ही विभाग के एक पुलिसकर्मी को बचाने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में अमित का कोई बयान नहीं जारी किया है। वहीं पुलिस कमिश्रर हनीफ कुरैशी का कहना है कि सर्वप्रथम हमने पत्रकार पूजा तिवारी के परिजनों की शिकायत पर डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। अभी इस मामले की जांच की जा रही है। कौन-कौन इस मामले में संलिप्त हैं, किस के दबाव में आकर पूजा ने यह कदम उठाया है, उसकी जांच की जा रही है क्योंकि यह मामला आईटी सैल से भी संबंधित है, इसलिए जांच में उनकी भी मदद ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष रूप से जांच की जाएगी।