Star Khabre, Faridabad; 15th October : एनआईटी क्षेत्र में अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं। जबकि नगर निगम मूकदर्शक बना देख रहा है। हैरान की बात तो यह है कि नगर निगम आयुक्त व जिला उपायुक्त को 2डी/10 व 2डी/11 बीपी, तिकोना पार्क, एनआईटी में हो रहे अवैध निर्माणों के संबंध में कई बार शिकायतें भी दी गई हैं लेकिन उसके बावजूद इन अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इनका निर्माण आज भी बदस्तूर जारी है। इतना ही नहीं कार्रवाई होता न देख शिकायतकर्ता ने नगर निगम आयुक्त व जिला उपायुक्त से सूचना के अधिकार(आरटीआई) के तहत भी सूचना मांगी लेकिन आरटीआई के तहत भी शिकायतकर्ता को अभी तक कोई जबाव नहीं दिया गया है। जबकि आरटीआई डाले एक माह से अधिक समय हो गया है। अब शिकायतकर्ता ने इन अवैध निर्माणों की शिकायत सीएम विंडो पर की है।
शिकायतकर्ता अशोक कालिया ने सीएम विंडो पर दी अपनी शिकायत में लिखा है कि उन्होंने व अन्य शिकातकर्ता कंवल खत्री ने 13 अगस्त, 17 अगस्त व 25 अगस्त को 2डी/10 व 2डी/11 बीपी, तिकोना पार्क, एनआईटी में बन रही अवैध इमारतों के बारे में नगर निगम आयुक्त व उपायुक्त को शिकायतें दी थी लेकिन उसके बावजूद इन शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। श्री कालिया ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि 15 सितंबर को भी उन्होंने इन तीनों शिकायतों के बावत उक्त अधिकारियों के पास एक रिमांडर भी भेजा लेकिन उस पर भी आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। जबकि उन्होंने शिकायत के साथ अवैध निर्माणों की फोटो भी खींच कर दी थी।
इतना ही नहीं हर बार दी गई शिकायत में आंशका व्यक्त की गई है कि इन अवैध निर्माणों में निगम अधिकारी भी संलिप्त है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उक्त दोनों मामलों में लाखों रुपए की रिश्वत ली गई है। यही कारण है कि अवैध निर्माणों की शिकायतों के बावजूद इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। ध्यान देने वाली बात यह है कि शिकायतों में निगम अधिकारियों पर पैसे के लेन देन का आरोप लगाया गया है लेकिन उसके बावजूद निगम अधिकारी इन अवैध निर्माणों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जोकि कहीं न कहीं इन आरोपों को सिद्ध करता हुआ दिखाई दे रहा है।
अशोक कालिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उक्त बहुमंजिला इमारतों का कोई नक्शा पास नहीं कराया गया है और यह इमारते व्यावसायिक गतिविधियां हेतु बनाई जा रही हैं। यह अवैध रूप से बन रही हैं। इतना ही नहीं इन भू-माफियों ने सडक़ को भी घेरते हुए दो -दो फुट ऊंचे रैंप भी बना रखे हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम तोडफ़ोड़ विभाग द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर भू-माफिया लोगों से कह रहे हैं कि कोई विभाग कुछ नहीं करेगा क्योंकि तोडफ़ोड़ विभाग के अधिकारियों को मोटे पैसे दे रखे हैं।
शिकायतकर्ता ने सीएम विंडो पर दी गई शिकायत में तोडफोड़ विभाग के अधिकारी पर प्रश्रचिंह लगाते हुए कहा कि तोडफ़ोड़ विभाग में इस समय जो इंचार्ज हैं, वह कुछ दिन पहले ही बहाल हुआ है। इससे पहले वह हार्डवेयर चौक मामले में निलंबित किया गया था। इसलिए उन्हें पूरा शक है कि उक्त इमारतों के अवैध निर्माण में भी अधिकारी संलिप्त हैं। अवैध निर्माण होने देने के लिए भू-माफिया व निगम अधिकारियों के बीच पैसे का लेन-देन हुआ है क्योंकि यह आंशका और भी अधिक बढ़ जाती है जब शिकायतों को दिए दो माह से भी अधिक समय बीत जाए और उन पर कोई कार्रवाई न हो। कंवल खत्री ने बताया कि नगर निगम को कई बार शिकायत देने के बावजूद अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
क्या कहते हैं निगम अधिकारी
एनआईटी तिकोना पार्क में हो रहे अवैध निर्माणों के बारे में जब संबंधित एसडीओ पदम भूषण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो भी शिकायत हमे मिलती हैं, उस पर हम कार्रवाई करते हैं। आई हुए शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है।