Star khabre, Faridabad; 12th October : दशहरे के पावन अवसर पर फरीदाबाद के नवनिर्वाचित विधायक विपुल गोयल ने तालाब रोड स्थित श्री बजरंग दल दशहरा कमिटी और सेक्टर 16 में श्री महावीर दल दशहरा कमेटी लैय्या बिरादरी द्वारा आयोजित दो अलग-अलग दशहरा कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। दोनों कार्यक्रमों में विपुल गोयल ने समाज को धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देते हुए सभी को एकजुट रहने का आह्वान किया।
श्री महावीर दल दशहरा कमेटी के कार्यक्रम में सहभागिता
महावीर दल दशहरा कमेटी के अध्यक्ष श्री वासुदेव सलूजा, प्रधान आरटीएन धर्म बरेजा और महासचिव राज मिगलानी के नेतृत्व में आयोजित रावण दहन के दौरान विपुल गोयल ने धर्म के हित में एकजुटता की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य परविन्दर मल्होत्रा शंटी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विपुल गोयल ने अपने संबोधन में कहा, “अगर युद्ध धर्म के आधार पर लड़ा जाए, तो बुराई चाहे कितनी भी बड़ी हो, जीत सदैव अच्छाई की ही होती है।”
श्री बजरंग दल दशहरा कमेटी के कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति
श्री बजरंग दल दशहरा कमेटी के प्रधान सन्नी नारंग, सह अध्यक्ष सतीश आहूजा, कोषाध्यक्ष हेमन्त खुराना, महासचिव पीयूष ग्रोवर, उपप्रधान सचिन शर्मा और संजय अरोड़ा ने कार्यक्रम में शामिल सभी अतिथियों का पगड़ी बांधकर, फूलों के गुलदस्ते भेंट कर, और स्मृति चिन्ह देकर भव्य स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित विपुल गोयल ने हरियाणा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का उल्लेख करते हुए कहा कि “हरियाणा में सभी भाजपा विधायकों में सबसे अधिक, रिकॉर्ड 65% वोट प्राप्त कर जीतने के बाद मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि झूठ चाहे जितने भी चेहरे बदल ले, सच के सामने हार ही जाता है।” इस मौके पर केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन को और भी गौरवशाली बना दिया।
धार्मिक यात्रा और रावण दहन की भव्यता
विपुल गोयल और अन्य गणमान्य अतिथियों ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, माता सीता और वीर बजरंगबली हनुमान के स्वरूपों के साथ नगर परिक्रमा की और बराही तालाब पहुंचे। वहां उन्होंने रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों पर तीर चलाकर उन्हें अग्नि प्रज्वलित की, जिसके बाद पुतले धूं-धूं कर जल उठे और समस्त वातावरण धर्म और सत्य की जयकारों से गूंज उठा।
विपुल गोयल की इन दोनों कार्यक्रमों में उपस्थिति और उनके वक्तव्य ने स्पष्ट कर दिया कि, चाहे राजनीतिक मंच हो या सामाजिक, उनके लिए धर्म और सत्य का पालन ही सर्वोपरि है।