Star khabre, Haryana; 2nd December : शंभू और खनौरी बॉर्डर से पंजाब के किसान 6 दिसंबर को पैदल दिल्ली कूच करेंगे। इसको लेकर हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। हरियाणा पुलिस के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक किसानों को तभी हरियाणा में एंट्री दी जाएगी, जब वे दिल्ली कूच की परमिशन दिखाएंगे। उन्हें बताना होना कि वे दिल्ली में कहां धरना देंगे।
किसानों को यह भी लिखित में देना होगा कि वे रात्रि पड़ाव के दौरान पक्का धरना नहीं लगाएंगे। इन सब बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों के साथ मीटिंग बुला ली है। यह मीटिंग शाम साढ़े 4 बजे अंबाला में होगी। मीटिंग का न्योता अंबाला SP की तरफ से भेजा गया है। अगर किसानों और पुलिस की सहमति बनती है तो उन्हें दिल्ली जाने के लिए हरियाणा के रास्तों का प्रयोग करने दिया जाएगा।
किसानों को भेजा मीटिंग का न्योता…
वहीं किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के दिल्ली कूच को लेकर यूटर्न ले रही है। भाजपा के बहुत से प्रवक्ता बोल रहे हैं कि टेबल पर बैठना चाहिए। 18 फरवरी से बातचीत केंद्र ने तोड़ी है। बातचीत के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।
वहीं हरियाणा के CM नायब सैनी ने कहा कि धरना पंजाब में बनता है। कांग्रेस की जो सरकार MSP नहीं दे रही, धरना वहां बनता है। हम तो MSP दे रहे हैं। कांग्रेस ने MSP बंद होने का झूठ फैलाया था लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने MSP बढ़ाकर इसका जवाब दिया है।
पंजाब से हरियाणा में ट्रैक्टर की एंट्री बैन
हरियाणा-पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। बॉर्डरों पर 24 घंटे नजर रखने के लिए पुलिस के जवानों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पंजाब की ओर से आने वाले हर वाहन की सघन चेकिंग की जाए। साथ ही ट्रैक्टर की एंट्री को पूरी तरह से बैन रखा जाए।
अंबाला सहित जीटी रोड पर पड़ने वाले जिले और दिल्ली से लगते जिलों की पुलिस को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। किसानों के दिल्ली कूच को लेकर इन जिलों में अतिरिक्त पुलिस की तैनाती की जाएगी।
रूट डायवर्ट प्लान लागू किया
हरियाणा के एक्सप्रेस-वे समेत दिल्ली जाने वाले बॉर्डरों पर चेकिंग के चलते यातायात प्रभावित हो रहा है। यातायात का दबाव बढ़ने की स्थिति में पुलिस की ओर से रूट डायवर्जन प्लान लागू किया है। पुलिस की ओर से लोगों से वैकल्पिक मार्गों और मेट्रो का यूज करने की अपील की गई है।
यातायात पुलिस के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे होकर दिल्ली जाने वाले तथा सिरसा से परी चौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा।
किसान नेता पंधेर की दिल्ली कूच को लेकर 4 अहम बातें…
1. हमारे जरूरत की चीजों की जिम्मेदारी हरियाणा की दिल्ली कूच को लेकर किसान नेता सरवण पंधेर ने शभू बॉर्डर से बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि हमने 1 दिसंबर को कहा कि हमारा जत्था पैदल सभी चीजें लेकर बॉर्डर क्रॉस करेगा। हम पंजाब से हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाएंगे। जो भी हमारी जरूरतें हैं, वह हरियाणा की जनता पर छोड़ दिया है। हमें उनसे पूरी मदद की उम्मीद है।
2. हरियाणा के कृषि मंत्री ने यूटर्न लिया
हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने बयान दिए थे कि किसान पैदल दिल्ली कूच करते हैं तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी। इस मामले में अब कृषि मंत्री राणा ने यूटर्न ले लिया। अब वे कह रहे हैं कि जिस राज्य में आंदोलन होता है, वहां विकास नहीं होता। वह कह रहे हैं कि किसानों के पास कोई मुद्दा नहीं है।
3. हरियाणा के मंत्री बताएं, हमारे पास मुद्दा नहीं तो केंद्र ने 4 बार बातचीत क्यों की
हम मंत्री राणा से पूछना चाहते हैं कि जब 2014 से पहले भाजपा देशव्यापी आंदोलन करती थी तो क्या उन्होंने देश का विकास रोक दिया था। चंडीगढ़ में कई बार भाजपा ने प्रदर्शन किए तो क्या चंडीगढ़ का विकास रुक गया। अगर किसानों के पास कोई मुद्दा नहीं था तो केंद्र के मंत्री 4 दौर की बातचीत करने के लिए क्यों आ गए?।
4. बैरिकेडिंग से हो रहे नुकसान की जिम्मेदार मोदी सरकार
पंधेर ने कहा- सीधा बोलिए कि आप भाग गए हैं। अब आप हमें किसी कीमत पर दिल्ली नहीं जाने देंगे। मोदी सरकार भाग निकली। 10 महीने में शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर पंजाब और हरियाणा की आर्थिकता, व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और आम जनता का जितना नुकसान हुआ है, उसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल का मरणव्रत 7वें दिन में दाखिल हो गया।
News Source : DainikBhaskar