Star khabre, Haryana; 23rd October : हरियाणा में प्रदूषण के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। हरियाणा में जीटी रोड के जिलों में प्रदूषण खतरनाक लेवल तक पहुंच रहा है। सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार तक पराली जलाने के मामले तेजी से घट रहे हैं। इसके बावजूद पानीपत गैस चैंबर बन गया है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 तक पहुंच गया है। वहीं 17 जिलों में AQI 300 से ऊपर है, जो खतरनाक श्रेणी में आता है।
लोगों को सांस लेने व आंखों में हो रही जलन
पानीपत में वाहनों की बढ़ती संख्या, जाम और इंडस्ट्रीज प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। मंगलवार को कुरुक्षेत्र का AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। सुबह और शाम सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हो रही है। पंजाब की बात करें तो पटियाला का AQI सबसे ज्यादा 209 दर्ज किया गया है। दिल्ली-NCR में ग्रैप टू की पाबंदियां लागू हो चुकी हैं। जिस तरह प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, उस हिसाब से ग्रैप 3 की पाबंदियां भी जल्द लागू हो जाएंगी।
हरियाणा में करीब 150 किसानों के खिलाफ अब तक FIR दर्ज हो चुकी है। इसमें 29 लोगों को गिरफ्तार और 380 को रेड लिस्ट किया गया है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो कुरुक्षेत्र में 46, जींद में 10, सिरसा में 3, फतेहाबाद में 2 किसानों पर FIR दर्ज की गई हैं। वहीं, सिरसा में 3 महिला किसानों पर केस दर्ज किया है। जांच में महिला किसानों की ओर से जमीन पट्टे पर दिए जाने की बात सामने आई है। वहीं हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में कमी आई है।
News Source : PunjabKesari