Star khabre, National; 7th May : 7 मई 2025 की सुबह भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए एक नई हकीकत लेकर आई। भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए दिया—एक ऐसा समन्वित सैन्य अभियान, जिसने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंक के गढ़ों को जड़ से हिला दिया। भारत के बहुप्रतीक्षित जवाबी वार से जहां जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष अड्डे मलबे में तब्दील हो गए, वहीं दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव का माहौल गहरा गया।
स्कूल बंद, सरहदों पर खामोशी से खौफ
ऑपरेशन के बाद जम्मू-कश्मीर के जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में एहतियातन सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए। मंडल आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है। उधर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं—वहां भी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियाँ घोषित कर दी गई हैं और आपातकाल जैसी स्थिति लागू है।
बहावलपुर से सियालकोट तक कहर
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट और PoK के भीतर मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से निशाना बनाया। इन हमलों में जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के कई शीर्ष नेतृत्व और संरचनाएं नष्ट हो गईं। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे ऑपरेशन पर व्यक्तिगत रूप से निगरानी रखी और मिशन की बारीकी पर लगातार फीडबैक लिया।
सेना का संयम, संदेश सख्त
भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस ऑपरेशन को पूरी रणनीतिक संयम के साथ अंजाम दिया गया। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य संस्थान को निशाना नहीं बनाया गया, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकी ढांचे को खत्म करना है—not escalation, only elimination.
पहलगाम का बदला, आतंकियों का अंत
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 25 भारतीय पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब, भारत ने न सिर्फ जवाब दिया, बल्कि दुनिया को यह भी दिखा दिया कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख में बिल्कुल स्पष्ट और निर्णायक है।
एक स्पष्ट संदेश
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की उस नीति का विस्तार है जिसमें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाया गया है। इस सैन्य कार्रवाई ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को तबाह नहीं किया, बल्कि पाकिस्तान को यह सख्त चेतावनी भी दे दी कि अब हर हमले की कीमत चुकानी होगी।
News Source : PunjabKesari