Star khabre, Faridabad; 3rd December : कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के शुभ अवसर पर एक विशेष प्रतियोगिता “मेरा प्रिय गीता श्लोक” का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता उन लोगों के लिए एक शानदार अवसर है जो भगवद गीता के श्लोकों से प्रेरित होकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का अनुभव कर चुके हैं। इस अनूठी पहल के माध्यम से प्रतिभागी न केवल अपने अनुभवों को साझा कर सकेंगे, बल्कि भगवद गीता के शाश्वत ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने में भी योगदान देंगे।
प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भगवद गीता के महान संदेश को विश्व भर में फैलाना और उन लोगों की कहानियों को उजागर करना है, जिन्होंने गीता के श्लोकों से मार्गदर्शन प्राप्त किया है। इस आयोजन के तहत प्रतिभागियों को अपने प्रिय गीता श्लोक के बारे में एक छोटा वीडियो तैयार करना है, जिसमें वह यह बताएंगे कि यह श्लोक उनके जीवन में किस प्रकार से प्रेरणा का स्रोत बना। ये वीडियो “My Favourite Shloka in Gita” नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए जाएंगे, जहां इन्हें लाखों दर्शक देख सकेंगे।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए वीडियो की अधिकतम अवधि 40 सेकंड रखी गई है। प्रतिभागियों को वीडियो के साथ टाइटल, अपना नाम, फोन नंबर और पता भेजना होगा। सभी प्रविष्टियां 11 दिसंबर 2024, शाम 5:00 बजे तक स्वीकार की जाएंगी। वीडियो को ईमेल के माध्यम से shlokagita@gmail.com पर भेजा जा सकता है। प्रतियोगिता में विजेता का चयन सबसे अधिक देखे जाने वाले वीडियो के आधार पर किया जाएगा। इस विजेता को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
भगवद गीता न केवल भारत का आध्यात्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन के हर पहलू के लिए गहन मार्गदर्शन प्रदान करता है। ‘मेरा प्रिय गीता श्लोक’ प्रतियोगिता के माध्यम से कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड इस शाश्वत ग्रंथ के ज्ञान को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास कर रहा है। यह पहल उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी जो गीता के ज्ञान से अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहते हैं।
यदि आपके जीवन में भगवद गीता के किसी श्लोक ने बदलाव लाया है, तो यह प्रतियोगिता आपके लिए है। अपनी कहानी साझा करें, अपने अनुभव को दुनिया के साथ बांटें और भगवद गीता के अनमोल संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में भागीदार बनें। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के इस अनूठे प्रयास में सहभागी बनकर आप न केवल अपनी बात कहेंगे, बल्कि गीता के ज्ञान को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का गौरव भी प्राप्त करेंगे।