Shikha Raghav, Faridabad; 17th February : इनेलो विधायक नगेन्द्र भड़ाना इसी रविवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कुछ ऐसी ही चर्चाओं से इस समय राजनैतिक गलियारे गर्म है। राजनैतिक लोगों के अलावा एनआईटी क्षेत्र के स्थानीय लोगों में भी चर्चा है कि शायद इनेलो विधायक आगामी 21 फरवरी को होने वाली मुख्यमंत्री की रैली में भाजपा का दामन थाम लें। हालांकि इसकी अभी कोई अधिकारिक पुष्टि न तो भाजपा की ओर से हुई है और न ही नगेन्द्र भड़ाना की ओर से, लेकिन इनेलो विधायक नगेन्द्र भड़ाना की ओर से एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में लगे फ्लैक्स बोर्ड कुछ ऐसा ही दर्शा रहे हैं।
दरअसल आगामी 21 फरवरी को एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की रैली आयोजित होनी है। इसके लिए इनेलो विधायक नगेन्द्र भड़ाना ने अपनी विधानसभा के स्थानीय लोगों को आमंत्रित करने के लिए क्षेत्र में फ्लैक्स बोर्ड लगवाए हैं। नगेन्द्र भड़ाना इनेलो के विधायक है, इसीलिए रैली का निमंत्रण मुख्यमंत्री को केन्द्रीय राज्यमंत्री व फरीदाबाद लोकसभा सांसद कृष्णपाल गुर्जर की ओर से गया है।
विधानसभा चुनावों में भाजपा को फरीदाबाद लोकसभा सीट में तीन विधानसभा क्षेत्रों में जीत मिली जिसमें एक फरीदाबाद विधानसभा, दूसरी बडख़ल विधानसभा और तीसरी बल्लभगढ़ विधानसभा। जबकि आगामी 21 फरवरी को एनआईटी क्षेत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की रैली आयोजित होने जा रही है। राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि अपनी तीनों विधानसभाओं को छोडक़र एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में रैली करना कहीं न कहीं शायद राजनीति से प्रेरित है क्योंकि यह विधानसभा दरअसल इनेलो की है क्योंकि यहां से इनेलो प्रत्याशी नगेन्द्र भड़ाना इनेलो की टिकट पर चुनाव जीत कर यहां से विधायक बने हैं। अब मुख्यमंत्री का इस विधानसभा क्षेत्र में आना और रैली करना शायद इस क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए कोई बड़ी घोषणा करने का संकेत हो सकता है।
मजेदार बात यह भी है कि बेशक इनेलो विधायक नगेन्द्र भड़ाना इनेलो की टिकट पर एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं लेकिन विकास कार्यों का उद्घाटन करते समय वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केन्द्रीय राज्यमंत्री व फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद कृष्णपाल गुर्जर की नीतियों का ही बखान व गुणगान करते हुए नजर आते हैं।
अब देखना यह है कि क्या इनेलो विधायक इनेलो छोड़ भाजपा का दामन थामेंगे या फिर अभी तक की ही तरह मूक समर्थन से ही भाजपा के साथ खड़े दिखाई देंगे।