Star khabre, Faridabad; 11th February : आने वाली पीढ़ी के लिए जल का संरक्षण बहुत जरूरी है। केंद्र व राज्य सरकारें जल संरक्षण के लिए चिंतिनशील हैं और इस दिशा में वर्षा के जल सहित जल संरक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तेजी से कार्य कर रही हैं। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने जल प्रबंधन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के जिलों के अधिकारियों के साथ चर्चा की। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार जिला में जल संचय पर पूरा फोकस किया जा रहा है।
बैठक का उदेश्य सभी अधिकारियों को उनके जिले मे चल रहे भू जल प्रबंधन, पुराने जल कुंड के उत्थान कार्य करने के बारे में जिले के अधिकारियों से जानकारी ली कि कैसे वह अपने जिले में जल प्रबंधन का कार्य कर रहे है और जल प्रबंधन को लेकर उनको किस समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन समस्याओं से निजात किस प्रकार से मिल सकती है।
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पीपीटी के माध्यम से एक प्रस्तुति भी दी गई जिसमें बताया गया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए सभी जिला प्रशासन से जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भी कहा है।
डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकारें जल संरक्षण के लिए चिंतिनशील हैं और इस दिशा में वर्षा के जल सहित जल संरक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तेजी से कार्य कर रही हैं। कैच द रेन थीम के साथ सरकार निरंतर कदम उठा रही है। वर्षा जल संचय समय के साथ बेहद जरूरी है। उन्होंने जनहित में कहा कि वर्षा का मौसम है और इस वर्षा जल को संचय करते हुए हमें इसका सदुपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सबको चाहिए कि हम भी जल संरक्षण में भागीदार बनते हुए सरकार का पूरा सहयोग करें और आने वाली पीढ़ी के लिए जल बचाएं।
डीसी ने जिलावासियों से अपील की है कि वे अपने परिजन, मित्रों और आस-पड़ोस के लोगों को भी जल के विवेकपूर्ण उपयोग और उसे व्यर्थ न बहाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण, जल संरक्षण और भविष्य को सुरक्षित रखना है। बरसात के मौसम में जल संरक्षण कर व पौधारोपण का कार्य कर हम इस अभियान को सफल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण से जल स्तर ऊंचा होगा तथा वर्तमान व आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा।