Star khabre, Chandigarh; 29th January : चंडीगढ़ साइबर क्राइम पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को दिल्ली और एक को यूपी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी खुद को पुलिस अधिकारी बताकर ठगी करते थे।
इस मामले में हरिनाथ सिंह ने 22 नंवबर को शिकायत दर्ज करा थी। जिसमें बाद था कि 2 अक्टूबर को उसके मोबाइल पर कॉल आया था। कॉलर ने बताया कि उनके आधार कार्ड पर एक सिम कार्ड जारी किया गया है और उस मोबाइल नंबर के माध्यम से कई धोखाधड़ी की गई हैं।
कॉलर ने उन्हें मुंबई पुलिस के साथ वॉट्सऐप पर बात करने के लिए कहा, जहां पुलिस अधिकारी ने उन्हें बताया कि वह नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल हैं और उनका एक खाता केनरा बैंक में भी खुला है।
6 करोड़ 80 लाख का बताया लेन-देन
आरोपियों ने कहा कि खाते से 6 करोड़ 80 लाख रुपए का लेन-देन हुआ है। जिसमें हरिनाथ को 10 प्रतिशत कमीशन मिला है। पुलिस अधिकारी ने उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी और कहा की थोड़ी देर में उसके सभी मोबाइल नंबर भी बंद कर दिए जाएंगे। उसे एक नंबर देकर इस बात को गोपनीय रखने को कहा और बोला की अब आगे की बात वो वॉट्सऐप के जरिए करेंगे। इस बारे में अपने घर वालों से बात करने को भी मना कर दिया।
जांच के दौरान, पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी प्राप्त की और पाया कि श्री हरिनाथ को जो वर्चुअल कॉल और वॉट्सऐप आया था, वह कंबोडिया से था। आगे की जांच में, संदिग्ध खाते की केवाईसी जानकारी प्राप्त की गई और इसके के बाद, दो संदिग्ध व्यक्तियों को नई दिल्ली और एनसीआर से गिरफ्तार किया गया।
तीसरा आरोपी लखनऊ से गिरफ्तार
इसके अलावा, एक अन्य संदिग्ध 24 साल के हसनैन हैदर को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनसे एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया, जिसका उपयोग वारदात में किया गया था। हसनैन हैदर ने बताया कि उन्होंने एक अज्ञात व्यक्ति के निर्देश पर फेडरल बैंक में एक बचत खाता खोला था और उन्हें हर लेन-देन पर 5% कमीशन मिलता था। इससे 1.50 लाख फ्राड मनी भी रिकवर हुई है और आगे की जांच जारी है।
पुलिस ने सभी शहर वासियों को इस तरह की कॉल आने पर पुलिस से संपर्क करने और डर कर किसी को भी पैसे देने से बचने को कहा है। उन्होंने इस तरह की कॉल की तुरंत जानकारी पुलिस के हेल्पलाइन नंबर पर देने की बात कही है।
News Source : DainikBhaskar