Star khabre, Chandigarh; 29th December : चंडीगढ़ में 6 ट्रेनें 1 मार्च तक रद्द रहेंगी। फॉग के कारण ये रद्द रहेगी। रेलवे ने इस समस्या को दूर करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फॉग सेफ्टी डिवाइस का उपयोग शुरू किया है। हालांकि, जिन क्षेत्रों में विजिबिलिटी शून्य है, वहां पारंपरिक तरीके से पटाखे (डेटोनेटर) चलाए जाएंगे, ताकि लोको पायलट को सिग्नल की जानकारी मिल सके।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, चंडीगढ़ को 16 फॉग सेफ्टी डिवाइस दिए गए हैं, जो लोको पायलट को जीपीएस आधारित तकनीक के जरिए सिग्नल और ट्रैक की जानकारी देते हैं। इस डिवाइस से लोको पायलट को 400 मीटर पहले सिग्नल का पता चलता है, जिससे वे ट्रेन की गति को नियंत्रित कर सकते हैं।
कोहरे के कारण चंडीगढ़ से चलने वाली 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। ये ट्रेनें 1 मार्च, 2025 तक रद्द रहेंगी। इनमें शामिल हैं:
- 12241-42: 28 फरवरी, 2025 तक
- 14503-04: 1 मार्च, 2025 तक
- 14629-30: 28 फरवरी, 2025 तक
फॉग सेफ्टी डिवाइस: जीपीएस तकनीक से सिग्नल की जानकारी
फॉग सेफ्टी डिवाइस रोशनी देने वाला उपकरण नहीं है, बल्कि यह जीपीएस तकनीक पर आधारित है। इसमें पटरियों, सिग्नल, स्टेशन और लेवल क्रॉसिंग का नक्शा मौजूद होता है। इस डिवाइस को इंजन के आगे लगाया जाता है, और यह लोको पायलट को 400 मीटर पहले सिग्नल के बारे में अलर्ट करता है।
इस डिवाइस को किसी नेटवर्क की आवश्यकता नहीं होती और यह लोको पायलट को रूट सेट करने की सुविधा देता है। लोको पायलट पहले इसे चार्ज करते हैं और ट्रेन शुरू होने से पहले रूट सेट करते हैं। इसके बाद, डिवाइस ट्रेन के चलने के दौरान लोको पायलट को सिग्नल और रूट की जानकारी देती रहती है।
फॉग के दौरान रेलवे हेडक्वार्टर की ओर से हर क्षेत्र के लिए ट्रेन की गति निर्धारित की जाती है। जिन क्षेत्रों में घना कोहरा होता है, वहां ट्रेनें धीमी गति से चलती हैं। लोको पायलट ने बताया कि फॉग सेफ्टी डिवाइस मददगार है, लेकिन घने कोहरे के कारण ट्रेन की गति को बहुत कम करना पड़ता है, जिससे ट्रेनों के समय पर पहुंचने में देरी होती है।
News Source : DainikBhaskar