Star khabre, Chandigarh; 21st April : चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ोतरी को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी कड़ी में सोमवार को आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है।
याचिका में चंडीगढ़ प्रशासन को पार्टी बनाया गया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुकी है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया से मुलाकात कर इस मामले का जल्द समाधान निकालने की अपील की है।
हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट फेरी सोफत ने बताया कि प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ोतरी को लेकर दायर याचिका में मांग की गई है कि प्रॉपर्टी टैक्स वृद्धि को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाए। इस निर्णय की वैधता और प्रक्रियागत पारदर्शिता की न्यायिक जांच की जाए और आम नागरिकों से विचार-विमर्श कर एक संतुलित और व्यावहारिक टैक्स नीति तैयार की जाए।
इस टैक्स वृद्धि को असंवेदनशील, अव्यवहारिक और आर्थिक रूप से आम जनता पर भारी बोझ डालने वाला कदम बताया गया है। दरअसल नगर निगम की आखिरी मीटिंग में सभी पार्षदों ने एक मत से प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने के मुद्दे को रिजेक्ट कर दिया था
खर्च कम करें जनता पर बोझ न डालें – मेयर
मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि नगर निगम और प्रशासन को चाहिए कि खर्चों में कटौती करें न कि जनता पर टैक्स का बोझ डालें। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम की वित्तीय मदद बंद कर दी गई है और मनमर्जी से टैक्स बढ़ा दिए गए हैं, जबकि हाउस मीटिंग में इस एजेंडे को रिजेक्ट कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से कोई विकास कार्य नहीं हुआ, जबकि प्रशासन सिर्फ रेवेन्यू लेने में रुचि दिखा रहा है।
कांग्रेस पहले दिन से विरोध में
चंडीगढ़ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एच.एस. लक्की ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही इस टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल बयानबाजी करती है, जबकि कांग्रेस पहले ही सभी दलों को एकजुट होकर इस्तीफा देने का प्रस्ताव दे चुकी थी। लक्की ने कहा कि यह टैक्स गरीब जनता पर आर्थिक बोझ है और कांग्रेस इसके खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
News Source : DainikBhaskar