Star khabre, Chandigarh; 23rd October : चंडीगढ़ में तेजी से बिगड़ती वायु गुणवत्ता को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने स्थिति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक में अधिकारियों को वायु प्रदूषण कम करने के उपायों पर जोर देने के निर्देश दिए गए।
मंगलवार को शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 191 तक पहुंच गया, जो सोमवार के 162 के मुकाबले काफी खराब था। दोपहर के समय सेक्टर 22 के वायु निगरानी स्टेशन पर AQI 302 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। इसी तरह, सेक्टर 53 और सेक्टर 25 के स्टेशनों पर भी शाम के समय AQI 253 से ऊपर पहुंच गया।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठाने के निर्देश
चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति (सीपीसीसी) ने चेतावनी दी है कि अगर प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा और “बहुत खराब” स्थिति में पहुंच गया, तो ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) लागू किया जाएगा। इसके तहत शहर में कई एहतियाती कदम उठाए जाएंगे, जिसमें वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए जरूरी प्रावधान शामिल हैं।
पटाखों पर सख्ती और हरित पटाखों की अनुमति
प्रशासन ने आने वाले त्योहारों के मद्देनजर पटाखों के इस्तेमाल पर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शहर में केवल हरित पटाखों का इस्तेमाल किया जा सकेगा, वो भी तय समय सीमा के भीतर। दीवाली और गुरु पर्व के दौरान हरित पटाखे दो घंटे की तय अवधि में ही जलाए जा सकेंगे।
चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता आसपास के इलाकों में होने वाली गतिविधियों पर निर्भर करती है। अगर पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के मामले बढ़े, तो इसका सीधा असर यहां की हवा पर पड़ेगा।” मौजूदा मौसम, तापमान और हवा की गति भी वायु गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं।
News Source : DainikBhaskar