Star Khabre, Faridabad; 21st November : गावो विश्वस्य मातरः एक ऐसा मंत्र है जिसको मान लेने से जीवन में आनंद मिल सकता है। इसका अर्थ है कि गौ विश्व की माँ है। यानि हम सब की माँ हैं। यह बात श्री नारायण गौशाला में गोपाष्टमी पर्व पर जगद्गुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने भक्तों के बीच कही। उन्होंने यहां विधि विधान से पूजा, अर्चना, यज्ञ आदि किया और भक्तों को आशीर्वाद एवं प्रसाद भी प्रदान किया। पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि गौधन की रक्षा, सुरक्षा का सभी को ध्यान रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गौ में संरक्षण में ही मानव मात्र का संरक्षण है। गौ हमारी न केवल आस्था का केंद्र है बल्कि हमारी संस्कृति की पहचान भी है। उन्होंने कहा कि गाय में 33 कोटि देवी देवताओं का वास माना जाता है, जिसका पूजन करने से सभी देवताओं का पूजन हो जाता है। स्वामीजी ने कहा कि आप सभी लोग हफ्ते में, महीने में कोई दिन ऐसा अवश्य निकालें कि गौशाला में आकर गाय का चार प्रदान करें, उनकी सेवा करें। जिनको गौ सेवा में आनंद प्राप्त हो जाएगा, समझो उसको प्रभु की कृपा प्राप्त हो जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने शिष्यों सहित गौवंश को हरा चारा, गुड़ चना आदि खिलाया और लोकल्याण के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्य अध्यक्ष आलोक कुमार भी सहपत्नी पधारे और गौ सेवा का आनंद लिया। गौरतलब है कि नारायण गौशाला में करीब 300 गौधन आश्रय पाता है जिनसे प्राप्त गौ गव्य का किसी भी प्रकार से कमर्शियल प्रयोग नहीं होता है। उसका इस्तेमाल आश्रम में ही प्रसाद आदि में प्रयोग होता है।