Star khabre, Faridabad; 17th April : भारतीय जनता पार्टी बल्लभगढ़ के जिला अध्यक्ष सोहनपाल सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि नेहरू-गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी दुनिया में सबसे भ्रष्ट हैं और नेशनल हेराल्ड मामला कांग्रेस के भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए नेशनल हेराल्ड मामले की शुरुआत की थी। इस भ्रष्टाचार और लूट में लिप्त कांग्रेस के नेताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को भड़काकर और इसका राजनीतिकरण कर लाभ उठाना चाहती है । सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिस कानूनी परेशानी का सामना कर रहे हैं, वह उनके अपने ‘लालच’ का नतीजा है । उन्होंने सोनिया राहुल पर जनता के पैसे की लूट में लिप्त होने के बाद खुद को पीड़ित बताने का भी आरोप लगाया और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के आरोपों को ‘‘बेहद खोखला, निराधार और मामले की जांच को प्रभावित करने के इरादे से दुर्भावना से प्रेरित’’ करार दिया। कांग्रेस को इस मुद्दे पर राजनीति करने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह मामला उसके शासन के दौरान दर्ज हुआ था। कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा खडी की गई कंपनी पर निजी लाभ के लिए कब्ज़ा करना, उनके बलिदान का अपमान है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा बल्लभगढ़ के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अम्बेडकर चौक बल्लभगढ़ में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी और राहुल गांधी का पुतला जलाया और भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोनिया-राहुल और कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे लगाये । इस अवसर पर बल्लभगढ़ भाजपा जिला अध्यक्ष सोहनपाल सिंह, युबा मोर्चा जिला महामंत्री कार्तिक वशिष्ठ, नवीन वशिष्ठ,स्वराज भाटी, योगेश तेवतिया, मनीष यादव, लक्ष्य शर्मा, मंडल अध्यक्ष पवन सैनी, गौरव विरमानी,संजय जांगड़ा, कुलदीप सिंह, अनुराग गर्ग, धीरज चौधरी, उमेश वशिष्ठ, राहुल डागर, सागर शर्मा, जगविंदर फौगाट, ऋषभ भड़ाना, प्रमोद गिल, हरीश धनखड़, नवीन चैची, हितेंद्र सिंह, विपुल सिंह योगेश तेवतिया आदि उपस्थित रहे ।
जिला अध्यक्ष सोहनपाल सिंह ने कहा कि यह सिर्फ वित्तीय गड़बड़ी का मामला नहीं है-यह उस राजनीतिक वंश की जवाबदेही का क्षण है जिसने दशकों तक संस्थानों, सार्वजनिक धन और राष्ट्रीय विरासत को अपनी निजी संपत्ति समझा। यह “गांधी विकास मॉडल” का जीवंत उदाहरण है-जहां पार्टी का पैसा निजी पूंजी में बदल जाता है, सार्वजनिक संपत्ति पारिवारिक संपत्ति बन जाती है। ईडी की चार्जशीट यह स्पष्ट करती है कि गांधी परिवार ने कांग्रेस पार्टी का दुरुपयोग कर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड कि 2000 करोड़ से अधिक की सम्पति को अपने नियंत्रण में ले लिया । एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का उद्देश्य पत्रकारिता व जनसेवा था जिसे गाँधी परिवार में रियल एस्टेट कंपनी में बदल दिया । भाजपा कड़ी निंदा करती है कि कांग्रेस के नेताओं ने अधिकारियों को डराया धमकाया और जाँच प्रक्रिया में व्यवधान डाला, यह गाँधी परिवार को जाँच से बचाने का राजनैतिक नाटक है । अगर राहुल सोनिया निर्दोष है बार बार ईडी के समन से बचने कि कोशिश क्यों करते हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने दस्तावेजों, शेयर होल्डिंग और बैंक रिकॉर्ड के आधार पर करवाई की है । यह मामला साफ दर्शाता है कि कैसे गांधी परिवार ने कांग्रेस पार्टी के ढांचे का उपयोग कर निजी धन अर्जित किया और देश की जनता को धोखा दिया। भाजपा स्पष्ट रूप से कहती है, यह कोई वैचारिक हमला नहीं बल्कि न्याय कि दिशा में क़ानूनी करवाई है । कांग्रेस को समझना होगा कानून सबके लिए समान है चाहे आम नागरिक हो या पूर्व प्रधानमंत्री का वारिस।