Shikha Raghav (StarKhabre), Faridabad; 23rd July : बडख़ल विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर नगर निगम ने सीलिंग की कार्रवाई का तांडव किया। मजेदार बात यह है कि इस बार यह कार्रवाई अवैध निर्माणों की वजह से नहीं बल्कि केन्द्रीय राज्यमंत्री और मुख्य संसदीय सचिव और निगम ज्वाईंट कमिश्रर के बीच ईगो का नतीजा है। दरअसल केन्द्रीय राज्यमंत्री और मुख्य संसदीय सचिव ने ज्वाईंट कमिश्रर को सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम न देने को कहा था, लेकिन ज्वाईंट कमिश्रर आशिमा सांगवान ने उनकी बातों को ठेंगा दिखाते हुए कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
शनिवार को सुबह तिकोना पार्क में फाइनेंसरों की 7 दुकानों को निगम ने सील कर दिया। जबकि वहीं स्थित कई और ऐसी ही दुकानों को अनदेखा कर दिया। हैरानी वाली बात यह है कि ज्वाईंट कमिश्रर ने सीलिंग की कार्रवाई को इतने गोपनीय तरीके से अंजाम दिया कि उन्हीं के तोडफ़ोड़ विभाग के एसडीओ और जेई को भनक तक नहीं लगने दी जोकि इस समय शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल शनिवार आज सुबह हुई कार्रवाई कल शुक्रवार को होनी तय हुई थी लेकिन शुक्रवार को ज्वाईंट कमिश्रर को पुलिस फोर्स नहीं मिली जिसके कारण इस कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया जा सका लेकिन तिकोना पार्क में कार्रवाई की सूचना मिलते ही दुकानदार स्थानीय विधायिका के पास पहुंच गए। केन्द्रीय राज्यमंत्री और स्थानीय विधायक ने नगर निगम अधिकारियों को सीलिंग की कार्रवाई न करने को कहा लेकिन उसके बावजूद ज्वाईंट कमिश्रर ने राजनैतिक हस्तक्षेप को ठेंगा दिखाते हुए बिना किसी पुलिस बल के सिर्फ अपने दो कर्मचारियों के साथ इस कार्रवाई को शनिवार सुबह अंजाम दे दिया। हालांकि वो बात अलग है कि सीलिंग के तुरंत बाद ही सीलिंग की कार्रवाई को ठेंगा दिखाते हुए दुकानदारों ने अपनी दुकानों की सील तोड़ दी और रोज की तरह वहां अपना काम शुरू कर दिया।
इस कार्रवाई के संदर्भ में जब निगम कमिश्रर आदित्य दहिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सीलिंग की कार्रवाई का कार्य ज्वाईंट कमिश्रर देखती हैं, उनके पास इससे संबंधित कोई सूचना नहीं होती। यह उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आता।
ज्वाईंट कमिश्रर आशिमा सांगवान व मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके फोन स्विच ऑफ थे।