Star khabre, Faridabad; 16th May : बरसात के दिनों में अतिक्रमण जलभराव का कारण न बने इसके लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए संबंधित विभाग नालों की साफ सफाई सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए संबंधित क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में भी काम होगा। यह निर्देश मंडलायुक्त संजय जून की अध्यक्षता में आयोजित फ्लड कंट्रोल समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए। बैठक के दौरान साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि विभागीय स्तर पर जिम्मेदार अधिकारी एक्शन लेते हुए सभी निर्देशों का पालन करे। बैठक में डीसी विक्रम सिंह, निगमायुक्त धीरेंद्र खडगटा के अलावा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
मंडलायुक्त संजय जून ने निर्देश दिए कि जिले में अतिक्रमण ग्रस्त बुढिया नाला, गौंछी नाला व अन्य ऐसे सभी मुख्य ड्रेन जहां से शहर का बरसाती पानी मुख्य रूप से प्रवाहित होता है, इसकी सफाई व अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में कार्य सुनिश्चित किए जाएं। इसके लिए डिमार्केशन, संबंधित विभाग की ओर से अतिक्रमण के लिए नोटिस व कार्रवाई सुनिश्चित करने वाले विभाग की ओर से अन्य समन्वय सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता व मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए सरकारी विभाग एक्शन लें। जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए देखें कि बड़ी संख्या में लोगों को विभागीय कार्रवाई का फायदा मिले।
फ्लड कंट्रोल के लिए संसाधन युक्त हो तैयारी, करें सुनिश्चित
यमुना क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण तैयारियों की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि अधिकारी अपने स्तर पर बाढ़ संवेदनशील क्षेत्र में सेफ हाउस/शेल्टर होम चिन्हित करते हुए इसका निरीक्षण करें। अति प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ पूर्व तैयारी के लिए तहसीलदार या ग्राम सचिव स्तर के नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं। इसके साथ ही सभी तैयारियों की समीक्षा रिपोर्ट की जिम्मेदारी एसडीएम स्तर के अधिकारी की होनी चाहिए। इसी तरह एडवांस वार्निंग सिस्टम, खतरा के निशान की मार्किंग, सर्च व रेस्क्यू टीम की स्थिति व गोताखोर की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में उपयोग में लाई जाने वाली जल-शुद्धिकरण दवाओं और अन्य आवश्यक रसायनों की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
आपदा प्रबंधन के लिए सिविल डिफेंस प्रशिक्षण की तैयारी का करें आकलन
डीसी विक्रम सिंह ने मंडलायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि आपदा प्रबंधन के लिए सभी जरूरी तैयारियां जारी हैं। जिला स्तर पर प्रशिक्षण व मॉक ड्रिल की प्रक्रिया लगातार अपनाते हुए स्कूल, कॉलेज, जन प्रतिनिधि, पार्षद के अलावा विभिन्न सरकारी विभाग अध्यक्षों को भी प्रशिक्षण प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है। इससे माइक्रो स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए मानव संसाधन सुनिश्चित होगा। इसके अलावा बाढ़ प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग व आपदा प्रबंधन विभाग को भी अलर्ट रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने 35 संवेदनशील गांवों की पहचान कर स्वास्थ्य सेवाएं देने की तैयारी भी कर ली है।
समीक्षा बैठक में फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह, नगर निगम कमिश्नर धीरेंद्र, एसडीएम बड़खल त्रिलोक चंद, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीटीएम अंकित कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।