Shikha Raghav (Star Khabre), Faridabad; 09th October : बेवकूफ बनाकर पहले फाइनेंस के नाम और अब धर्म के नाम पर श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि एक प्रतिष्ठित मीडिय़ा संस्थान के संपादक का कहना है। दरअसल राजेश भाटिया आज एनआईटी दशहरा ग्राउंड में लंका दहन का कार्यक्रम कर रहे हैं। इसके निमंत्रण कार्ड पर उन्होंने मीडिया पार्टनर बताते हुए शहर के लगभग सभी अखबारों व न्यूज चैनलों का नाम लिख दिया है। जबकि गौर करने वाली बात यह है कि इस बारे में उक्त कई अखबारों के प्रभारियों को कोई जानकारी तक ही नहीं है। हद तो यह है कि जिन अखबारों का नाम राजेश भाटिया ने मीडिया पार्टनर के रूप में दिया है, उन अखबारों के प्रभारियों के पास उन्होंने न तो अनुमति ली है और न ही उन्हें इस बात की जानकारी दी है। साथ ही साथ राजेश भाटिया ने अपने इस कार्यक्रम का कार्ड उनके कार्यालय तक पहुंचाना भी जरूरी नहीं समझा। स्टार खबरें ने इस बाबत जिले के कई प्रतिष्ठित अखबारों के प्रभारियों से बातचीत की जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और यह राजेश भाटिया द्वारा गलत किया गया है।
“मीडिया पार्टनर बनाया है, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। दैनिक टिब्यून का नाम गलत लिखा है। मीडिया का इस तरह से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए” – प्रभारी दैनिक टिब्यून
“मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। राजेश भाटिया ने हमसे कोई अनुमति नहीं ली है। उसने क्यू और किसलिए नाम लिखा है, यह नहीं पता” – प्रभारी, गुडगांव मेल
“सिटी मेल दशहरे से संबंधित एनआईटी में किसी कार्यक्रम का मीडिया पार्टनर नहीं है। राजेश भाटिया ने अपने कार्ड पर बिना अनुमति लिए व बिना बताए उनके संस्थान का नाम बतौर मीडिया पार्टनर लिख दिया है, जोकि गलत कार्य है” – संपादक, सिटी मेल
“राजेश भाटिया ने मीडिया पार्टनर बनाने से पहले पूछा तक नहीं। अपने आप वह हमें कैसे मीडिया पार्टनर बना सकता है। यह सरासर गलत है। मुझे तो इस बारे में जानकारी तक नहीं है” – प्रभारी, विराट वैभव
“राजेश भाटिया ने हमारे संस्थान से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली है। यदि हमारें नाम का इस्तेमाल किया गया है तो सरासर गलत है” – प्रभारी हिन्दुस्तान एक्सप्रैस
मैट्रो प्लस के संपादक नवीन गुप्ता ने कहा कि राजेश भाटिया पहले लोगों को बेवकूफ बनाकर फाइनेंस के नाम पर पैसे लूटता था, अब वह धर्म के नाम पर लोगों को बेवकूफ बना रहा है। मैट्रो प्लस संस्थान को इस बारे में जानकारी तक नहीं है कि राजेश भाटिया ने अपने कार्ड पर उनके संस्थान का नाम प्रिंट कराया है। उन्होंने बताया कि यह लोगों को बेवकूफ बनाने का राजेश भाटिया का एक नया तरीका है जिसमें वह मीडिया व धर्म के नाम पर बेवकूफ बना लोगों से पैसे ऐंठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह राजेश भाटिया के इस कृत्य के उद्देश्य को भलीभांति समझते हैं कि राजेश भाटिया उनके संस्थान का नाम प्रयोग कर लोगों को बेवकूफ बनाने में जुटे हैं और उनसे पैसे इक्ठ्ठे कर रहे हैं। श्री गुप्ता का कहना है कि वह राजेश भाटिया के इस कारनामे पर कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं ।
खैर यह तो रही उन अखबारों के प्रभारियों की बात जिन्होंने हमसे अपने विचार सांझा किए लेकिन सूत्रों का तो यह भी कहना है कि राजेश भाटिया ने किसी भी समाचार पत्र व न्यूज चैनलों को मीडिया पार्टनर बनाने से पहले अनुमति तक नहीं ली। अनुमति तो छोडिए, उन्हें इस बात की जानकारी तक नहीं दी और उनके कार्यालयों में इस कार्यक्रम से संबंधित निमंत्रण तक नहीं भिजवाया।
सबसे मजेदार बात यहां यह है कि राजेश भाटिया व उनके कार्यक्रम से संबंधित खबरें जो एक मीडिया संस्थान (न्यूज पोर्टल) प्रकाशित करता है, उसका नाम उन्होंने अपने मीडिया पार्टनर की सूची में लिखा तक नहीं है। जबकि वह मीडिया संस्थान राजेश भाटिया के इस कार्यक्रम की कवरेज सबसे बढक़र दिखा रहा है।