Star Khabre, Faridabad; 08th October : श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर मामले में कल Administrator नियुक्ति पर फैसला हो सकता है। कल यानि 9 अक्टूबर को रजिस्ट्रार जनरल चंडीगढ़ ने एक सुनवाई रखी है जिसमें Administrator नियुक्त करने पर फैसला लिया जा सकता है। इसके लिए दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाया गया है। दोनों पक्ष अपना अपना पक्ष रजिस्ट्रार के सामने रखेंगे, इसके बाद ही रजिस्ट्रार मंदिर के मामले में कोई फैसला लेंगे।
ध्यान रहे कि श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर मामले में राजेश भाटिया द्वारा स्टेट रजिस्ट्रार के समक्ष दो अपील डाली गई थी जिसकी तारीख 6 अक्टूबर थी। सूत्रों के अनुसार 3 महीने इंतजार करने के बाद भी राजेश भाटिया की दोनों अपील खारिज कर दी गई हैं। बता दें कि यह दोनों अपील राजेश भाटिया ने 28 जुलाई को डाली थी। राजेश भाटिया ने अपनी एक अपील में जहां अपने आप को सिद्धपीठ का प्रधान होने की गुजारिश की थी जिस पर सुनवाई करते हुए स्टेट रजिस्ट्रार ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। अदालत द्वारा स्पष्ट है कि राजेश भाटिया को कोर्ट ने Restrain कर रखा है, इसी को ध्यान में रखते हुए स्टेट रजिस्ट्रार ने यह पहली अपील खारिज कर दी। वहीं दूसरी अपील राजेश भाटिया ने मंदिर में Administrator न नियुक्त किया जाए, इसके लिए दायर की थी लेकिन स्टेट रजिस्ट्रार ने उसे भी खारिज कर दिया। स्टेट रजिस्ट्रार ने दूसरी अपील खारिज करते हुए कहा कि अभी तक मंदिर में Administrator नियुक्त करने के लिए कोई आर्डर पास नहीं किया गया है और जब तक आर्डर ही पास नहीं किया गया तो फिर अपील दायर करने का कोई औचित्य ही नहीं बनता।
दूसरी तरफ जोगेन्द्र चावला ने बताया कि राजेश भाटिया को कोर्ट ने Restrain कर रखा है, उसके बावजूद वह लोगों, प्रशासन व नेताओं को धमकी दे रहे हैं। इतना ही नहीं वह कानूनी लड़ाई लडऩे के बजाए शहर के त्यौहार का माहौल बिगाडऩे का भी प्रयास कर रहे हैं। दशहरा शहरवासियों का त्यौहार है तथा वह हर साल कर तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया जाएगा। चूंकि राजेश भाटिया कानूनी तौर पर मंदिर का सदस्य भी नहीं है परन्तु वह अपने परिवार के राजनीतिक रसूक का फायदा उठा रहा है। उन्होंने बताया कि राजेश भाटिया को उपायुक्त द्वारा दशहरा पर्व मनाने की अनुमति केवल इस कारण नहीं मिली कि वह अपनी मंदिर में सदस्यता भी सिद्ध नहीं कर सका। इसलिए उसने किसी अन्य व्यक्ति के नाम से दशहरा मनाने की अनुमति ली है। जोगेन्द्र चावला ने लोगों से आग्रह किया है कि जो भी संस्था अपना रावण दशहरा मैदान में लाना चाहती है वह निशुल्क अपनी जगह लेने के लिए सूचित कर सकती है। उन्होंने कहा कि दशहरा इस बार भी हर वर्ष की तरह धूमधाम से मनाया जाएगा।