Star khabre, Faridabad; 10th February : अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले के रूप में विख्यात सूरजकुंड की धरती पर इस साल ओडिसा को थीम स्टेट चुने जाने से इस राज्य के पुराने बाशिंदे भी काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं। अपने बाल्यकाल को ओडिसा में बिता कर आईं झज्जर निवासी शशि पूनिया कुछ ऐसा ही गौरव महसूस कर रही हैं। उन्होंने ओडिसा को थीम स्टेट बनाए जाने पर तहेदिल से हरियाणा सरकार का शुक्रिया अदा किया है।
मेले में ओडिसा की बनी कलाकृतियों की खरीद कर रही शशि पूनिया ने बताया कि उनका जन्म ओडिसा के राजगांजपुर जिला सुदंरगढ़ में वर्ष 1960 में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन राउरकेला और उसके आसपास के शहरों में बिताया है। वह भले ही विवाह के उपरांत हरियाणा में आ गईं हों, लेकिन ओडिसा आज तक उनके दिल में बसता है। उन्होंने कहा कि ओडिसा राज्य लोकनृत्य, हस्तशिल्प, बुनकारी, काष्ठ कला, मूर्तिकला आदि के क्षेत्र में प्रसिद्ध रहा है। सूरजकुंड में इस राज्य को थीम स्टेट बनाए जाने से यहां आ रहे पर्यटकों को भी ओडिसा की समृद्घ कलाओं के बारे में जानने का अवसर का प्राप्त होगा।
शशि पूनिया ने सूरजकुंड की भूमि पर बनाए गए ओडिसा पेवेलियन में बने भगवान जगन्नाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद मेले में घूमकर खरीददारी का आनंद लिया। वह यहां आकर काफी अभिभूत हैं और उनको लगता है कि हरियाणा में ही जैसे उन्हें अपनी जन्मभूमि के दर्शन हो गए हो। उनके पति हरियाणा के झज्जर जिला निवासी उदयभान पूनिया ने बताया कि वे हर बार सूरजकुंड मेले में पहुंचते हैं, लेकिन इस बार उनका पूरा परिवार ओडिसा थीम स्टेट के प्रति आकर्षित होकर खुशी महसूस कर रहा है कि ओडिसा के साथ-साथ पूरे देश-विदेश को विभिन्न माध्यमों से हरियाणवी संस्कृति से भी रूबरू करवाया जा रहा है।
सूरजकुंड में आकर अपनी जन्मभूमि का दर्शन कर गौरवान्वित हुई ओडिसा की शशि पूनिया
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