प्रदर्शन करने के बाद सीट बढ़वाने के लिए हरियाणा के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, डीएचई के निदेशक और एमडीयू के वाईस चांसलर के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन नेहरू कॉलेज के प्राचार्य की अनुपस्थिति में वरिष्ठ प्राध्यापक राजपाल, नरेन्द्र चौधरी, राजेन्द्र और विवेकानंद जी को सौंपा गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआई हरियाणा के पूर्व प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने किया। इस दौरान एनएसयूआई हरियाणा के पूर्व प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि बीते कल 29 नवंबर को एमडीयू यूनिवर्सिटी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था जिसमें एमडीयू से मान्यता प्राप्त सभी प्राइवेट कॉलेजों में 10 प्रतिशत सीट बढ़ाई गई हैं लेकिन सरकारी कॉलेजों में सीट नही बढ़ाई हैं। सरकार के इस तुगलकी फरमान के बाद छात्रों में भारी रोष हैं। उन्होंने कहा कि एक ही यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले प्राइवेट कॉलेज और सरकारी कॉलेज के छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा हैं। जितनी जरूरत सीट बढ़ाने की प्राइवेट कॉलेज में हैं उससे कही ज्यादा जरूरत सरकारी कॉलेजों में हैं। कृष्ण अत्री ने कहा कि जो बच्चें गरीब, किसान, मजदूर परिवारों से आते हैं और भारी भरकम फीस नही भर सकते हैं ऐसे में वो छात्र कहाँ दाखिला लेंगे? उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसी सरकार देखी हैं जो खुद सरकारी तंत्र का ताना बाना खराब करने में लगी हुई हैं। सिर्फ प्राइवेट कॉलेजों में सीट बढ़ाकर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार शिक्षा के निजीकरण और बाजारीकरण को बढ़ावा दे रही हैं। गरीब छात्रों से पढ़ने का अधिकार छीन रही हैं।
कृष्ण अत्री ने कहा कि सरकार को चाहिए कि समय रहते हुए प्राइवेट कॉलेजों की तर्ज पर सरकारी कॉलेजों की सीट बढ़ा देनी चाहिए। एक ही यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ अलग-अलग तरह का व्यवहार नही करना चाहिए। उन्होंने कहा अगर समय रहते हुए सीट नही बढ़ाई गई तो छात्र आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेंगे लेकिन अपना अधिकार लेकर रहेंगे। इस मौके पर छात्रनेता आरिफ खान, देव चौधरी, नवीन चौधरी, सोनू, सुमित तंवर, नवीन ठाकुर, राहुल, अभिषेक शर्मा, सौरभ, साहिल तंवर, गौरव तंवर, विजय, मुस्कान शर्मा, अंजली, कविता, शालिनी, मीनाक्षी, शिवम, सन्नी, कुणाल, धीरज, तरुण, दीपक, मनोज, कर्मवीर, मनिंदर, अंकित, हर्ष, रवि, अमित, विकास, अनुज शर्मा, अब्दुल, प्रशांत, सागर आदि मौजूद थे।