Star khabre, Haryana; 25th September : हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज एक किसान ने सुसाइड कर ली है। मृतक का नाम गुरमीत सिंह है। वह पंजाब के मानसा का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि किसानों का आंदोलन जब से चल रहा है, वह तब से बॉर्डर पर डटा हुआ था। जानकारी के मुताबिक, गुरमीत सिंह भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर से जुड़ा हुआ था। उसने सुसाइड उस समय किया, जब अन्य किसान वहां नहीं थे। उसने आज सुबह करीब पौने 10 बजे गांव मल्लां ब्लॉक डोडा श्री मुक्तसर साहिब के टेंट में जाकर सुसाइड किया। जब किसान लौटकर आए तो गुरमीत ने फांसी लगाई थी। उसने रस्सी को ट्रॉली से बांधा था, और उसी में अपनी गर्दन फंसाकर लेटा हुआ था। आंदोलन से जुडे़ किसानों ने बताया है कि किसान गुरमीत इस आंदोलन को लेकर काफी गंभीर था। वह बहुत कम घर जाता था। उसके सिर पर कर्ज भी था। इस वजह से वह परेशान था। कुछ समय पहले उसके बेटे की शादी थी। उसमें शामिल होने के लिए भी वह नहीं गया था। मोर्चे पर वह लाइट की व्यवस्था देखता था।
डल्लेवाल बोले- संघर्ष को समर्पित था किसान इस मामले में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ‘मुझे सूचना मिली है कि किसान ने सुसाइड किया है। मैं चंडीगढ़ आया हुआ था। अब मौके पर जा रहा हूं। यह किसान संघर्ष को लेकर काफी समर्पित था। सारे धरना स्थल पर बिजली का सारा काम वही देखता था।
कुछ महीने पहले इसके बेटे की शादी थी। उस समय इसने यह कहकर जाने से मना कर दिया था कि इन दिनों लाइट की दिक्कत रहती है। ऐसे में अगर लाइट में खराबी आती है तो किसानों को दिक्कत आएगी। इसके बाद उसके परिवार वाले बेटे की शादी उसके बिना ही कर आए थे।
साथ ही बाद में परिवार मोर्चे पर भी आया था। उसका परिवार 7-8 दिन वहां रहकर गया था। किसानों पर कर्ज तो रहता ही है। यह तो जाकर ही पता चलेगा। मैं परसों जब मोर्चे से जा रहा था, उस समय वह मिला था। वह पूछ रहा था कि प्रधान जी सरकार कब तक अपनी मांगे मानेगी?’
फरवरी से चल रहा संघर्ष फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई।
किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।
सुप्रीम कोर्ट में चल रहा शंभू बॉर्डर खोलने का मामला 200 दिन से बंद शंभू बॉर्डर को खोलने का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं। यहां पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने बैरिकेडिंग कर रखी है। हालांकि, हरियाणा सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई।
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब व हरियाणा सरकार से किसानों व केंद्र के बीच बातचीत के लिए एक्सपर्ट लोगों के नाम लिए। इसके अलावा महिलाओं-बच्चों, बुजुर्गों और एंबुलेंस के लिए बॉर्डर आंशिक रूप यानी एक लेन खोलने के लिए कहा। इस पर पंजाब, हरियाणा के अधिकारियों और किसान नेताओं की 2 मीटिंग हो चुकी हैं।
हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसान बिना ट्रैक्टर दिल्ली जाएं, लेकिन किसान ट्रैक्टर समेत जाने पर अड़े हैं। इस वजह से बॉर्डर की एक लेन नहीं खुल पा रही है।
News Source : DainikBhaskar