Star khabre, Haryana; 8th September : हरियाणा में विधानसभा चुनाव में प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस में गठबंधन पर मंथन लगातार चल रहा है मगर कोई नतीजा अब तक नहीं निकला है। वहीं भाजपा और हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) पर आज कोई नतीजा निकलने की उम्मीद जगी है। हलोपा सुप्रीमो और हरियाणा की सिरसा विधानसभा के विधायक गोपाल कांडा का कहना है कि आज शाम तक गठबंधन पर फैसला हो जाएगा।
भाजपा और हलोपा में रानियां सीट पर अब भी पेंच फंसा हुआ है। आदित्य चौटाला के इनेलो में शामिल होने के बाद भाजपा रानियां की जगह डबवाली सीट कांडा बंधुओं को ऑफर कर सकती है। हलोपा की नजर ऐलानाबाद, सिरसा और रानियां सीट पर है। हालांकि रानियां सीट पर भाजपा अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। ऐसे में भाजपा के साथ क्या समझौता होगा, इसका देर शाम तक पता चल सकता है। गोपाल कांडा ने इसकी पुष्टि करते हुए कि आज भाजपा गठबंधन पर फैसला कर लेगी। इसके बाद हलोपा 1-2 दिन में उम्मीदवार उतार देगी।
रानियां में भाजपा नहीं बदलेगी उम्मीदवार
बता दें कि चर्चा थी रानियां में भाजपा हलोपा के लिए सीट छोड़ देगी मगर भाजपा ने हलोपा और रणजीत चौटाला के बीच समन्वय बनाने के लिए अपना कैंडिडेट यहां से उतारा था, मगर रणजीत चौटाला चुनाव लड़ने पर अड़ गए। ऐसे में भाजपा रानियां की जगह कांडा का डबवाली, सिरसा और ऐलानाबाद सीट ऑफर कर सकती है।
गोपाल कांडा ने सिरसा, कालांवाली, रानियां, ऐलनाबाद और फतेहाबाद सीट मांगी थी। मगर भाजपा रानियां, फतेहाबाद और कालांवाली पर उम्मीदवार पहले ही उतार चुकी है। ऐसे में कांडा के पास महज 3 सीट का ही ऑप्शन बचा है। मगर बताया जा रहा है कि भाजपा 2 सीट कांडा की पार्टी को देना चाहती है। लेकिन कांडा कम से कम 3 सीट से ही संतुष्ट होंगे।
5 साल से भाजपा के साथ है हलोपा
सिरसा के विधायक गोपाल कांडा ने पिछले 5 साल से भाजपा सरकार को समर्थन दे रखा है। एनडीए की बैठक में भी गोपाल कांडा हलोपा अध्यक्ष के नाते शामिल होते रहे हैं। उनके भाई गोबिंद कांडा भाजपा में हैं, जिन्होंने पिछले दिनों अपने बेटे धवल कांडा को रानियां विधानसभा सीट से हलोपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतारा है। कांडा ने 2014 में हरियाणा लोकहित पार्टी बनाई थी। 2014 में कांडा इनेलो के मक्खन लाल सिंगला से चुनाव हार गए थे। मगर 2019 में उन्होंने जीत दर्ज की।