Shikha Raghav, Faridabad; 05th February : फरीदाबाद नगर निगम के उपमहापौर ने स्मार्ट सिटी के स्मार्ट टॉयलेट पर सवाल उठाते हुए कंपनी का ठेका रद्द करने की सिफारिश की है। इसके लिए उन्होंने स्मार्ट सिटी के सीईओ सहित निगमायुक्त, शहरी स्थानीय निकाय चंडीगढ़ के प्रधान सचिव को एक पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से उपमहापौर ने बताया कि स्मार्ट सिटी के स्मार्ट टॉयलेट में काफी खामियां है। इसलिए इस कंपनी का ठेका रद्द कर किसी अन्य कंपनी को इसका ठेका दिया जाना चाहिए। साथ ही इस कंपनी को कोई पेमेंट न करने की भी सिफारिश की है।
उपमहापौर ने पत्र के माध्यम से स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को बताया है कि इन स्मार्ट टॉयलेट्स में काफी कमियां है। इनमें लगे यूरीनल्स की उंचाई निर्धारित मानकों से ज्यादा ऊंची है जिसमें पानी निकासी हेतु पीवीसी पाईप्स का इस्तेमाल किया गया जोकि खुले में है। यदि किसी ने खींच लिया तो टॉयलेट काम करना बंद कर देगा। इसके अलावा पीवीसी पाईप्स का इस्तेमाल करते हुए बाहर ही बनी नाली में छोड़ दिया गया है। इससे आसपास भी काफी बदबू आ रही है। स्मार्ट टॉयलेट के डिजाइन व इसमें प्रयुक्त सामग्री घटिया है जिससे यह भी पता चलता है कि निर्माणकर्ता कंपनी को इस कार्य का कोई अनुभव नहीं है।
उपमहापौर ने तो अपने पत्र के माध्यम से इन टॉयलेट के स्मार्ट होने पर ही प्रश्रचिंह लगाते हुए कहा कि यह स्मार्ट टॉयलेट कहीं से भी स्मार्ट नहीं लगते। इसलिए इस कंपनी का ठेका रद्द किया जाए और साथ ही इस कंपनी को अब किए कार्य की कोई अदायगी न की जाए ताकि सरकार व जनता के पैसे को लुटाने से बचाया जा सके। इसके साथ ही उपमहापौर ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों पर भी सवाल खड़े किए।