Star Khabre, Faridabad; 18th October : कल शहर में लंका दहन का पर्व था। इस पर्व के आयोजन को लेकर दोनों पक्ष राजेश भाटिया और जोगिंदर चावला ने अपनी - अपनी तैयारियां पूरी कर ली थी जबकि दोनों पक्ष में से किसी भी पक्ष को त्यौहार मनाने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसके चलते प्रशासन ने सुबह से ही कमर कस रखी थी। लगभग 11:00 बजे प्रशासन ने दशहरा ग्राउंड एनआईटी चारों तरफ से सील कर दिया था। इसके साथ ही भारी पुलिस बल दशहरा ग्राउंड और सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर पर तैनात कर दी गई थी । प्रशासन ने शाम 4:00 बजे दोनों पक्षों को जिला उपायुक्त कार्यालय में बुलाया था। हमने आपको कल ही बताया था कि जोगिंदर चावला पक्ष से स्वयं जोगिंदर चावला और फरीदाबाद धार्मिक सामाजिक संगठन की चेयरपर्सन राधा नरूला बैठक में पहुंची। वहीं दूसरी तरफ राजेश भाटिया के बड़े भाई चंद्र भाटिया, उनका बेटा व अमन गोयल जो कि केबिनेट मंत्री के भतीजे हैं बैठक में पहुंचे। उधर प्रशासन दोनों के लिए बीच का रास्ता खोज रहा था इधर मंदिर परिसर में राजेश भाटिया शोभा यात्रा की तैयारी कर रहा था। प्रशासन के बार-बार मना करने के बाद भी राजेश भाटिया अपनी जिद पर अड़ा रहा। सूत्रों की मानें तो एक बार प्रशासन ने यह कह दिया था आप अपनी शोभायात्रा एनआईटी एक में घुमा सकते हैं लेकिन इसी बीच राजेश भाटिया के समर्थकों ने पुलिस पर मंदिर की छत से पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में मुख्यता दो लोगों के नाम आ रहे हैं एक का नाम मन्नू तथा दूसरे का नोनी बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो नोनी पांच नंबर की कोयले की टाल पर नौकरी करता है। पथराव होते देख पुलिस ने मामले को संभालने का प्रयास किया लेकिन राजेश भाटिया के समर्थकों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। जिस पर पुलिस ने हुड़दंग करने वाले 7 लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों की मानें तो वरुण ग्रोवर, महेंद्र कपूर, अनिल अरोड़ा सहित 4 अन्य को हिरासत में ले लिया है। इन सभी के ऊपर सरकारी काम में बाधा डालने मारपीट करने (धारा 148, 149, 323, 353, 186) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है, हालांकि अभी तक इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
दुम दबाकर भागे राजेश भाटिया
राजेश भाटिया के समर्थकों द्वारा पथराव होने के बाद पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जब 9 लोगों को गिरफ्तार किया तो राजेश भाटिया पुत्र स्वर्गीय कुंदन लाल भाटिया समर्थकों को छोड़ अपनी जान बचाकर दुम दबाकर भाग निकले। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि राजेश भाटिया ने मंदिर परिसर में अंदर से ताला लगा दिया और पीछे के दरवाजे से दीवार फांद कर भाग निकले, हालांकि उनके दीवार फांद कर भागते हुए तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई है। कल रात से ही लोगों में चर्चा है कि राजेश भाटिया पुराने राजनीतिक खानदान से आते हैं इस कारण वह तो दुम दबाकर निकल लिए फंस गए उनके समर्थक।
पथराव करने वालों की सरगर्मी से है तलाश
सूत्रों की मानें तो पथराव करने वाले दोनों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। इसमें पहला नाम मन्नू तथा दूसरा नाम नोनी बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है की माहौल बिगड़ते ही नोनी और मन्नू मंदिर की छत पर चढ़ गए और वहां से मन्नू ने पुलिसवालों पर पथराव शुरू कर दिया। जबकि नोनी मन्नू को पत्थर वहां पहले से इकट्ठे किए गए पत्थर पकड़ा रहा था। जिस कारण पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन लोगों को गिरफ्तार करना पड़ा।
खैर जो भी हो इस पूरे प्रकरण से एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि NIT फरीदाबाद में होने वाला दशहरे का त्यौहार राजेश भाटिया की जिद्द के चलते खराब हो चला है।