Star Khabre, Faridabad; 05th November : हरियाणा की 14वीं विधानसभा में सदन का नजारा बिल्कुल बदला हुआ है। भाजपा, कांग्रेस के अनेक दिग्गज इस बार सत्ता पक्ष और विपक्ष की सीटों पर नहीं हैं। नए चेहरों ने उनकी जगह ले ली है। पहले दिन शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होने के कारण सदन में सभी दलों के विधायकों के बीच काफी सौहार्द दिखा। हंसी-मजाक और दुआ-सलाम भी खूब हुई। पुराने विधायक आपसी चर्चा में मशगूल रहे। नए विधायकों ने अपनी दमदार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सिटिंग प्लान पहले दिन सुचारू नहीं रहा, चूंकि शपथ के बाद ही विधायकों को स्थायी सीटें आवंटित की जाएंगी।
जबकि मंत्रियों को शपथ ग्रहण के बाद वरिष्ठता के आधार पर सीटें मिलेंगी। अभी मंत्री बनने वाले विधायक अस्थायी सीटों पर बैठेंगे। पहले दिन सीएम के साथ अनिल विज ने सीट साझा की, जबकि सीएम सदन में अकेले ही अपनी सीट पर बैठते हैं। पूर्व संसदीय सचिव रामबिलास शर्मा की सीट पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला तो पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की सीट पर उनकी विधायक मां नैना चौटाला बैठी। मां-बेटा एक साथ 14वीं विधानसभा केपहले सत्र के पहले दिन साथ ही सदन में पहुंचे और साथ-साथ बैठे। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नेता विपक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए।
उनके साथ डिप्टी स्पीकर की सीट खाली रही। विधायक किरण चौधरी व कुलदीप बिश्नोई साथ-साथ विपक्ष की पहली पंक्ति की सीटों पर बैठे। अभय चौटाला पहले दिन विपक्ष में उस सीट पर बैठे जहां पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी बैठा करते थे। वहीं हुड्डा की विपक्ष की पुरानी सीट पर रामकरण काला तो उनकी बगल में टोहाना से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को हराकर आए देवेंद्र बबली विराजमान हुए। पूर्व सरकार में उस सीट पर किरण चौधरी बैठा करती थीं। सदन में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पूर्व खेल मंत्री विज से भी बात करते दिखे। सीएम से भी उनकी गुफ्तगू हुई। उन्होंने ज्यादातर समय विधानसभा की नियमावली को पढ़ने में बिताया।
विज ने पहले हुड्डा से लड़ाया पंजा फिर मिलाया हाथ
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सदन में काफी गर्मजोशी दिखाई। शपथ लेने से पहले और बाद में वह सीएम मनोहर लाल और पूर्व खेल मंत्री अनिल विज से दिख खोलकर मिले। उन्होंने सीएम से हाथ मिलाया और बातचीत भी की। लेकिन, विज अपने ही अंदाज में हुड्डा से मिले। उन्होंने पहले हुड्डा से पंजा लड़ाया फिर हाथ मिलाया। विज और हुड्डा के बीच भी हंसी-मजाक हुआ। हुड्डा स्पीकर को कुर्सी पर बिठाने के बाद जब वापस आए तब भी सीएम व विज से खुशनुमा माहौल में बातचीत की। हुड्डा ने दुष्यंत चौटाला से भी सदन में हाथ मिलाया।
देखते रहे अजय, हुड्डा की बगल में बैठ गए अभय
इनेलो विधायक अभय चौटाला के शपथ ग्रहण के समय उनके बड़े भाई पूर्व सांसद अजय चौटाला दर्शक दीर्घा में पहली सीट पर मौजूद थे। ये सीट नेता प्रतिपक्ष की सीट से थोड़ी ही दूरी पर है। अभय चौटाला जब शपथ लेकर वापस आए तो अजय उनकी तरफ देख रहे थे। लेकिन, अभय ने उनकी तरफ देखा ही नहीं और नेता प्रतिपक्ष हुड्डा की बगल में आकर बैठ गए।
दोनों ने हाथ मिलाया और हुड्डा ने शुभकामनाएं दी। इसके बाद अभय ने किरण चौधरी व कुलदीप बिश्नोई सहित अन्य कांग्रेस विधायकों से हाथ मिलाया पर अजय की तरफ ध्यान नहीं दिया। अभय चौटाला ने अपने भतीजे दुष्यंत चौटाला व भाभी नैना चौटाला से भी अभिवादन नहीं किया, जबकि उनसे ठीक पहले सीट पर बैठे सीएम मनोहर लाल व पूर्व खेल मंत्री अनिल विज से मिलकर वह पीछे की तरफ मुड़ गए।
दिग्विजय ने पिता के छोड़ी सीट
पूर्व सांसद अजय चौटाला 3 बजकर दो मिनट पर सदन में पहुंचे। उस समय शपथ ग्रहण चल रहा था। दर्शक दीर्घा की सारी सीटें भरी हुई थीं। दर्शक दीर्घा की पहली पंक्ति में पहली सीट पर दिग्विजय चौटाला बैठे हुए थे। उन्होंने जैसे ही पीछे पिता अजय चौटाला को देखा, अपनी सीट उनके लिए छोड़ दी और दूसरी पंक्ति में चले गए। दिग्विजय की दर्शक दीर्घा में अगली सीट पर बैठी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा से भी दुआ सलाम हुई।
सदन में एक बार फिर दिखा चौटाला ‘कुनबे’ का जलवा
हरियाणा की चौदहवीं विधानसभा में एक बार फिर चौटाला कुनबे का जलवा देखने का मिलेगा। इसकी शुरुआत विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को हो गई है। कुनबे की सियासत आगे बढ़ी है और अब इसका फायदा भी प्रदेशवासियों को मिलेगा, ऐसी उम्मीद प्रदेश की जनता कर रही है, क्योंकि इस बार चौटाला कुनबे के ये सदस्य अलग-अलग सियासी दलों से चुनकर सदन में पहुंचे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में जननायक पार्टी की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पड़पौत्र दुष्यंत चौटाला और पौत्र वधू नैना चौटाला जीतकर सदन में पहुंचे हैं।
दुष्यंत को तो हरियाणा के डिप्टी सीएम की जिम्मेवारी सौंपी गई है। जबकि इस बात की संभावनाएं जताई जा रही है कि नैना चौटाला भी मंत्री बन सकती हैं। ऐसा हुआ तो दोनों की जिम्मेदारी जनता के प्रति काफी ज्यादा बढ़ जाएगी। इसके अलावा इस बार सदन में एक बार फिर से देवीलाल के पौत्र अभय चौटाला जीतकर सदन में पहुंचे है। भले ही पिछली बार उनके कंधों पर नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेवारी थी, लेकिन इस बार वे इनेलोके इकलौते विधायक हैं, जो सदन में पहुंचे है। लेकिन फिर भी जनता के मुद्दों को सदन में उठाने की जिम्मेवारी उनकी कम नहीं रहेगी।
इसी तरह देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह चौटाला भी इस बार सदन में पहुंचे हैं। कांग्रेस से बागी होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता भी। वह पहले भी विधायक रह चुके हैं और इस बार भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। उन्हें भी मंत्रीपद मिलने की संभावनाएं जताई जा रही है। उधर, चौधरी देवीलाल के दादा आसाराम के बेटे ताराचंद के बेटे गणपत राम के बेटे कमलवीर सिंह के बेटे अमित सिहाग भी इस बार कांग्रेस टिकट से चुनाव लड़कर सदन में पहुंचे है। अमित युवा है और जुझारु नेता हैं। अमित युवा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके है। डबवाली की जनता को अमित सिहाग से बड़ी उम्मीदें हैं कि अमित के जरिए डबवाली क ी आवाज अब विधानसभा से बुलंद होगी।
नैना-दुष्यंत ने छुए रणजीत के पांव
देवीलाल के पुत्र रणजीत सिंह चौटाला जैसे ही शपथ ग्रहण कर वापस लौटे तो उनकी बहु नैना चौटाला और पौत्र दुष्यंत चौटाला ने झुककर उनके पांव छुए। ये परिवार के ही संस्कार थे, जिसके चलते रणजीत चौटाला ने भी नैना के सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया। उधर, दर्शक दीर्घा में बैठे पूर्व सांसद अजय चौटाला ने भी अपने ही कुनबे के कांग्रेसी विधायक अमित सिहाग के गालों को अपने हाथों में लेकर बड़े के नाते बहुत दुलार करते हुए उन्हें आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।
विधायकों संग पैदल विधानसभा पहुंचे सीएम
नई गठबंधन सरकार के कार्यकाल में हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र से पूर्व सीएम मनेहर लाल ने भाजपा विधायकों की क्लास ली। उन्होंने बैठक के दौरान अपने विधायकों को सदन की बारीकियों से अवगत करवाते हुए उन्हें सदन की मर्यादा व नियमों की जानकारी भी दी।
बैठक में मौजूद भाजपा विधायकों में से कुछ विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार जीतकर सदन में पहुंचे हैं। सीएम ने अपनी पिछली कार्यकाल का अनुभव भी विधायकों के साथ सांझा करते हुए उनसे आह्वान किया कि इस बार भी पूरी परिपक्वता के साथ उन्हें सदन में जनता की बात रखनी है।
इतना ही नहीं किसी मुद्दे पर यदि विपक्ष सरकार पर वार करता है, तो उसका पलटवार कैसे करता है, ये भी सीएम ने विधायकों को बताया। विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष का मुकाबला करने के लिए भाजपा की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुद्दे उठाना विपक्ष का काम है और हम विधानसभा में उन द्वारा उठाए जाने वाले हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
सीएम ने विधायकों को निर्देश दिए कि वे अपने इलाकों में जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को जाने और यदि समस्या विधानसभा सदन में उठाने लायक है तो उन मसलों को उठाकर उनका समाधान करवाएं और यदि समस्याएं स्थानीय स्तर पर निपटती है, तो स्थानीय प्रशासन से तुरंत उनका निस्तारण भी करवाएं। इस बैठक के बाद सीएम ने अपने विधायकों के साथ विधानसभा की ओर कूच किया।
‘पर्यावरण बचाओ-भविष्य बनाओ’ के नारे संग पैदल मार्च
पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण की रोकथाम के संदेश का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सभी 39 भाजपा विधायकों के साथ आज यहां शुरू हुए विधान सभा सत्र में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री आवास से पैदल चलकर हरियाणा विधान सभा पहुंचे। मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति आम जनता में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए अपने निवास से विधान सभा तक की दूरी को पैदल तय करने का निर्णय लिया।