Star Khabre, Faridabad; 07th November : हरियाणा की 14वीं विधानसभा के पहले सेशन में किसानी और जवानी के मुद्दे पर भी विपक्ष ने सरकार की घेराबंदी का प्रयास किया। गठबंधन सरकार के पहले विधानसभा सत्र के दौरान किसानों व खेतीबाड़ी के मौजूदा हालातों पर विपक्ष ने जहां चिंता जाहिर की, तो वहीं प्रदेश में बढ़ते नशे का मुद्दा भी विधानसभा में जोरों से गूंजा गत दिवस विपक्ष के एक विधायक ने तो सदन में यह तक कह दिया कि यदि सरकार ने प्रदेश में बढ़ते नशे पर लगाम न कसी तो पंजाब की तरह अपना सूबा भी ‘उड़ता’ हरियाणा न बन जाए। हालांकि प्रदेश सरकार ने भी सदन में नशे के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) बनाने की घोषणा कर सूबे को ड्रग मुक्त करने की दिशा कदम बढ़ा दिया है।
हर जिला स्तर पर भी इसके लिए एक विशेष टास्क फोर्स डीएसपी की निगरानी में गठित की जाएगी। मगर सरकार को नशे के खिलाफ ये एक्सरसाइज तेजी से अमल में लानी होगी, ताकि प्रदेश की ‘जवानी’ को नशे की गिरफ्त से निकालकर सही दिशा दी जा सके।
मंडियों में फसल खरीद के दौरान कोई दिक्कत न आए, इसके लिए नई गठबंधन सरकार ने निर्देश दे दिए हैं। किसानों की फसल का एक-एक दाने की खरीद होगी। गन्ना उत्पादक किसानों की भी सरकार को पूरी चिंता है। दूसरा, नशे को लेकर भी एक्शन प्लान तैयार है। इसके लिए नार्थ जोन का सचिवालय भी हरियाणा पुलिस मुख्यालय में बनाया गया है, जहां सिर्फ नशे से संबंधित उतर भारत की तमाम सूचनाएं सांझी होती है और फिर तस्करों पर एक्शन होता है। पाक से भेजा जा रहा नशे वाया पंजाब से होकर हरियाणा में भी पहुंचता है, हमारी पुलिस पूरी तरह से इस पर कड़े एक्शन को तैयार है और प्रदेश व जिला स्तर पर एसटीएफ भी जल्द गठित कर दी जाएगी।
मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा
खेतीबाड़ी पर विधायकों की चिंता
मंडियों में धान की फसल खरीद में जहां नमी के नाम पर किसानों को लूटा जा रहा है, वहीं सरसों की खरीद पर कैप लगा दी जाती है। निर्धारित क्विंटल से अधिक मंडियों में सरसों की फसल नहीं खरीदी जाती। ऐसे में किसान को बाहर अपनी फसल सस्ते दाम पर बेचनी पड़ती है। बताइए कैसे किसानों की आय दोगुनी होगी।
अभय चौटाला, विधायक ऐलनाबाद
किसानों की आय नहीं, खर्चा जरूर दोगुना हो गया है। फसल बीमा के नाम पर किसानों के समक्ष बड़ी असमंजस बरकरार है। ब्लाक स्तर पर बीमा कंपनियों का दफ्तर ही नहीं है। किश्त तो बैंक से कट जाती है, लेकिन फसल बीमा का लाभ लेने के लिए किसान को बहुत भटकना पड़ता है। सरकार किसानों की सुध ले।
वरूण चौधरी, विधायक मुलाना
हरियाणा में गन्ना उत्पादक किसानों की हालत बहुत खराब है। गन्ना उत्पादक किसानों का रुपया हरियाणा ही नहीं उतराखंड की शुगर मिलों में भी बकाया पड़ा है। उतराखंड में भी भाजपा की सरकार है, इसलिए हरियाणा के सीएम उतराखंड के सीएम को पत्र लिखकर गन्ना उत्पादक किसानों का वहां से बकाया निकलवाने का प्रयास करें। ट्यूबवेल कनेक्शन लेने में भी किसानों को बहुत परेशानी आ रही है।
धर्मपाल छौकर, विधायक समालखा
अभी किसानों की आय तो नहीं बल्कि घाटा जरूर डबल होता दिख रहा है। 2022 तकं किसानों की आय दोगुनी करने का यदि कोई ब्लू प्रिंट सरकार के पास है, तो उसे सरकार सदन में रखे, ताकि किसानों को पता चल सके कि उनकी आय कैसे दोगुनी होगी। सिर्फ बयानबाजी से किसान को लाभ पहुंचने वाला नहीं है। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट भी पूरी तरह लागू नहीं की गई है।
शमशेर सिंह विर्क, विधायक, असंध
किसानों को सरसों की फसल बेचने में बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही है। फसलों पर कैप की वजह से किसानों को बहुत परेशानी आती है। दूसरा, मंडियों में इस फसल की खरीद के लिए भी दिन निर्धारित होता है, यदि किसान उस अपनी फसल लेकर नहीं पहुंचा, तो उसे फसल प्राइवेट आढ़तियों को कम दाम में बेचने को मजबूर होना पड़ता है।
जोगीराम सिहाग, विधायक बरवाला
प्रदेश की जवानी नशे में बर्बाद हो रही है। पंजाब की तरह अब तो अपना प्रदेश भी ‘उड़ता हरियाणा’ बन रहा है। उनके खुद के इलाके में हालात बहुत ज्यादा खराब है। नशीली दवाओं का बहुत ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है। बड़े तो बड़े अब तो किशोर भी इस गिरफ्त मं फंस रहे हैं। सरकार नशे पर जोरदार प्रहार करे।
शीशपाल सिंह केहरवाला, विधायक कालावंली
प्रदेश का युवा ड्रग और चिट्टे की लत में बुरी तरह फंसा हुआ है। अपने हलके में एक हफ्ते में नशे से तीन मौतें मैने खुद देखी है। इस लत में फंसे लोगों के परिवार बर्बाद हो रहे हैं। कुछ प्रभावशाली लोग भी इस नशे के कारोबार में संलिप्त है। मेरा सरकार से आग्रह है कि हरियाणा को ड्रग मुक्त बनाने में कड़े कदम उठाए जाएं।
अमित सिहाग, विधायक डबवाली
नशा आज गंभीर रूप धारण कर रहा है। किशोर, युवा और बड़े सभी वर्ग के लोग इस गिरफ्त में फंस चुकेहैं। उनके इलाके में भी यह समस्या बहुत ही ज्यादा चिंताजनक बन चुकी है। सरकार को इस पर कड़ा कदम उठाना होगा। सूबे को नशा मुक्त किया जाना चाहिए।
ईश्वर सिंह, विधायक गुहला