Star khabre, Faridabad ; 14th November : हरियाणा में सरकार गठन के 17 दिन बाद मंत्रिमंडल विस्तार की खिचड़ी पक गई है। हालांकि यह खिचड़ी अभी पूरी तरह से नहीं पकी है। इसलिए पहले विस्तार में करीब छह मंत्री शपथ ले सकते हैं। दोपहर 12:30 पर हरियाणा राजभवन में शपथ ग्रहण का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य सभी नए मंत्रियों को शपथ ग्रहण करवाएंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
सूबे में 24 अक्तूबर को मतगणना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इस सरकार में जजपा को भी शामिल किया गया है। जिसके बाद 27 अक्तूबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के सीएम के तौर पर दोबारा शपथ ली थी। जबकि दुष्यंत चौटाला ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद से ही आलाकमान की महाराष्ट्र में व्यस्तता के चलते मंत्रिमंडल विस्तार का खाका तैयार नहीं हो पाया था। अमित शाह की मोहर के बाद बीते कल मुख्यमंत्री चंडीगढ़ लौटे हैं। ऐेसे में जजपा के साथ तो मंत्रिमंडल को लेकर सहमति बन गई है, लेकिन निर्दलीय की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार भले ही पूर्ण बहुमत से दूर रह गई है, लेकिन इस बार भी किसी का दबाव सहन नहीं किया जाएगा। आलाकमान की ओर से इस बाबत इशारा मिल चुका है। पहले विस्तार में छह मंत्री शपथ ले सकते हैं। जिसमें अनिल विज, कंवर पाल गुर्जर, बनवारी लाल, अभय सिंह यादव, दीपक मंगला और अनूप धानक के नाम की चर्चा है। बताया जा रहा है कि निर्दलीय विधायकों के नाम पर अभी मंथन जारी है।
क्या है किसकी मेरिट
अनिल विज-छह बार के विधायक पिछली सरकार में मंत्री।
कंवरपाल गुर्जर-पूर्व स्पीकर दूसरी बार विधायक।
बनवारी लाल-पिछली सरकार में मंत्री रहे।
अभय सिंह यादव-पूर्व आईएएस और दूसरी बार विधायक।
दीपक मंगला-सीएम के भरोसेमंद पुराने भाजपाई।
अनूप धानक-इनेलो छोड़ सबसे पहले जजपा का दामन थामने वाले दूसरी बार विधायक।
इन नामों पर भी है चर्चा
मंत्रियों की सूची में कुछ और नामों की भी चर्चा है। जिसमें रामकुमार गौतम, सुभाष सुधा, सीमा त्रिखा, ईश्वर सिंह और डा. कमल गुप्ता के नाम पर भी मंथन चल रहा है। अब राजभवन पहुंचने वाली सूची में किसका नाम कटेगा और किसका जुडे़गा यह शपथ ग्रहण के समय तय होगा।
विभागों पर भी रहेगा जोर
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा देर शाम को हो सकता है। जिसमें सबसे ज्यादा मारामारी होम, राजस्व, टाउन कंट्री, कृषि, सिंचाई, ट्रांसपोर्ट, आबकारी एवं कराधान, उद्योग और वित्त विभाग को लेकर है। इन महकमों पर सभी की नजर है। किसके हिस्से में क्या आएगा यह तस्वीर भी जल्द साफ हो जाएगी।