Star Khabre, Faridabad; 29th September : अगर आपके अपने जयपुर से बाहर किसी दूसरे बड़े शहर में काम करते हैं, तो उनके लिए इस दिवाली घर पहुंचना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रेगुलर ट्रेनों में सीटें पहले से बुक हो चुकी हैं और यदि फ्लाइट से सफर करना चाहते हैं, तो एयरलाइंस आपसे भारी भरकम किराया वसूलने के लिए तैयार हैं। जयपुर से सभी शहरों के लिए हवाई किराया पांच गुना तक बढ़ गया है। दरअसल ऐसा हर बार होता है, त्यौहार पर एयरलाइंस जैसे अपना मुनाफा कमाने के लिए हवाई किराया कई गुना बढ़ा देती हैं।
मुंबई से जयपुर आने के लिए तो किराया 24 हजार रुपए तक पहुंच चुका है। आम दिनों में यह 3500 से 4 हजार रुपए के बीच रहता है। सिर्फ मुंबई ही नहीं, बल्कि बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद आदि शहरों से जयपुर आगमन के लिए भी यात्रियों को किराया अधिक चुकाना पड़ रहा है। हवाई किराए की बढ़ी दरें 23 अक्टूबर से 2 नवंबर तक जारी रहेंगी। 23 से 27 अक्टूबर तक जयपुर आने के लिए हवाई किराया ज्यादा लग रहा है। क्योंकि बड़े शहरों में रहने वाले जयपुरवासी दिवाली मनाने के लिए जयपुर लौटेंगे। जबकि दिवाली के बाद वापस लौटने के लिए उन्हें जयपुर से जाने वाली फ्लाइट्स में 29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक अधिक किराया चुकाना पड़ेगा।
धनतेरस पर 25 अक्टूबर को जयपुर आने के लिए 6 गुना हुआ एयर फेयर
दुर्गा पूजा के कारण कोलकाता जाने वाली फ्लाइट का किराया भी बढ़ा
इंडिगो एयरलाइंस का किराया 16534 रुपए, एक ही फ्लाइट होने के कारण किराया ज्यादा लग रहा।
सामान्य दिनों में किराया 4500 से 5500 रुपए रहता है
दुर्गा पूजा का उत्सव को देखने के लिए कोलकाता जाने वाली फ्लाइट्स का किराया बढ़ गया है। 4 अक्टूबर से लेकर 8 अक्टूबर के बीच जयपुर से कोलकाता के लिए हवाई किराए की दरें अधिक हो गई हैं। कोलकाता के लिए भी जयपुर से रोजाना 4 फ्लाइट उपलब्ध हैं।
जयपुर से कोलकाता के लिए ये 4 उड़ानें उपलब्ध
एयरलाइंस ने 4 अक्टूबर को जयपुर से जाने का किराया बढ़ाया।
इंडिगो की 3 फ्लाइट उपलब्ध, किराया 6893 से 24233 रु.तक।
गो एयर की फ्लाइट में किराया 6899 रुपए लग रहा है।
जबकि सामान्य दिनों में 3800 से 4200 रुपए ही किराया होता है।
दिल्ली से जयपुर के लिए किराया सामान्य क्योंकि 6 फ्लाइट्स मौजूद हैं
दिल्ली से जयपुर आने के लिए किराया सामान्य है। इसकी सीधी वजह यह है कि दिल्ली से जयपुर आने के लिए रोजाना 6 फ्लाइट उपलब्ध हैं और विमानों के अलावा एक दर्जन ट्रेनें व बड़ी संख्या में बसें उपलब्ध हैं। हालांकि दिवाली पर बढ़ाए गए हवाई किराए को लेकर यह सवाल जायज है कि जब नियामक एजेंसी डीजीसीए ज्यादा किराया लेने पर कार्रवाई की बात कह चुकी है, तो एयरलाइंस किस आधार पर यात्रियों से ज्यादा किराया वसूल कर रही हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जयपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी एयरलाइंस के इस मनमाने रवैये की रिपोर्ट दिल्ली क्यों नहीं भेजते ? जिससे कि एयरलाइंस के इस रवैये पर पाबंदी लग सके।