Star Khabre, Faridabad; 30th November : दोबारा प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुरूआत से ही एक्शन मोड में दिख रहे हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने पंचायत भवन में खुला दरबार लगाया और पहली बार सख्त नजर आए। खुले दरबार में अधिकारियों की कारगुजारियां सामने आई तो सीएम ने साफ कह दिया कि काम करो नहीं तो खाट खड़ी कर दूंगा। इतना ही नहीं सीएम ने ये कहा कि, समझते हो ना खाट खड़ी होना किसे कहते हैं।
दरअसल, शहर की सबसे बड़ी बसंत विहार कालोनी के सदस्य सीएम से मिलने पहुंचे और नगर निगम द्वारा बरती जा रही ढील की शिकायत की। सुभाष कोच, गुलाब सिंह समेत अन्य निवासियों ने बताया कि बसंत विहार की सभी गलियों को उखाड़ दिया गया है और पिछले तीन साल से कोई काम पूरा नहीं हो पाया है। लोग आने जाने में परेशान है। न तो सीवरेज कनेक्शन का कार्य पूरा हो पाया है और न ही सड़कों का।
इस पर सीएम मनोहर लाल ने नगर निगम के आयुक्त निशांत यादव से जवाब तलब किया। यादव ने बताया कि सीवरेज कनेक्शन का काम पूरा हो चुका है, इसके उलट कालोनी के लोग इस बात पर अड़ गए कि काम पूरा नहीं हुआ। मामला गरम होने पर सीएम ने एक्सईएन को तलब किया।
एक्सईएन ने भी सीवरेज कनेक्शन का काम पूरा होने की बात कही, लेकिन सुभाष कोच ने कहा कि अधिकारी झूठ बोल रहे हैं और सीएम को गुमराह कर रहे हैं। इस पर सीएम तिलमिला गए और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर सीवरेज कनेक्शन का काम पूरा करें।
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि अगर आगामी 15 दिन में काम पूरा नहीं हो तो आकर मिलें और बताएं। अगर काम पूरा नहीं हुआ तो खाट खड़ी कर दूंगा। कालोनी के लोगों को आश्वस्त करते हुए सीएम ने ये भी पूछा कि आपको पता है कि खाट खड़ी होना क्या होता है।
शिकायत पर जांच नहीं की तो बीडीपीओ की खिंचाई की
सरफाबाद माजरा से आए एक फरियादी ने शिकायत की कि उनके गांव में सामुदायिक केन्द्र की मंजूरी हुई थी, उसके निर्माण के लिए धनराशि भी जारी हुई, लेकिन अभी तक नहीं बना। बीडीपीओ करनाल अंकित चौहान से सीएम ने पूछा कि आपने गांव में जाकर इस शिकायत की जांच की तो बीडीपीओ कोई जवाब नहीं दे पाए।
सीएम ने कहा कि गांव में जाकर इसकी जांच करें। अगले एक सप्ताह में इसकी जांच कर रिपोर्ट पेश करें। इस दौरान सीएम ने बीडीपीओ की खिंचाई की और आदेश दिए कि शिकायतों को गंभीरता से लें और सारा दिन ऑफिस की बजाए फील्ड में ही जाकर काम करें।
हर डिवीजन पर खुले दरबार लगाने के आदेश
अपने गांव में बिजली की निर्बाध आपूर्ति रखने के लिए एक व्यक्ति ने मैटरो लाईन फीडर से जोड़ने की फरियाद की। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि बिजली से सम्बंधित उपभोक्ताओं की जो भी शिकायतें हैं, उनका निवारण करने के लिए बिजली निगम के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे उप मंडल स्तर पर 40-50 गांवों के उपभोक्ताओं का शिविर लगाकर उनकी समस्याएं हल करें।
शिकायत कब से, मेरे बाल सफेद हो गए सीएम साहब
शिव कॉलोनी के साथ लगती मान कॉलोनी के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि उनकी कॉलोनी में एक प्राइवेट नलकूप से पेयजल दिया जा रहा है, जिसका कॉलोनी निवासी बिल चुका रहे हैं, उन्हें सरकारी ट्यूबवेल दिया जाए। इस दौरान सीएम जब शिकायतकर्ता से पूछा कि आपकी ये फाइल कब से घूम रही है तो व्यक्ति ने बताया कि मेरे तो बाल सफेद हो गए जी, तब से घूम रहे हैं।
इस पर सीएम ने निगम के कार्यकारी अभियंता को तलब किया। नगर निगम के कार्यकारी अभियंता एलसी चौहान ने मुख्यमंत्री को बताया कि नगर निगम द्वारा नया नलकूप लगाने के लिए पीडब्लयूडी को एनओसी के लिए पत्र लिखा गया है। एनओसी मिलते ही नलकूप लगा दिया जाएगा। इससे मान कॉलोनी और ज्येति नगर के उपभोक्ताओं को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलेगा।
'जन आशीर्वाद यात्रा से बिगड़ा नहीं बल्कि भाजपा के पक्ष में बना माहौल'
प्रदेश में 75 पार सीटें नहीं आने को लेकर पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के बयान पर सीएम ने प्रतिक्रिया दी है। करनाल में जनता दरबार के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा से ही भाजपा के पक्ष में माहौल बना और प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार आई। मालूम हो कि इससे पहले पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने जन आशीर्वाद यात्रा को ही कम सीटें आने का कारण बताया था।
पंचायत भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पिछले 14 साल के इतिहास में केवल दो बार ऐसा हुआ है कि लगातार दूसरी बार किसी की सरकार बनी हो। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में तो कांग्रेस 67 से 40 सीटों पर आ गयी थी, भाजपा इस बार 47 से 40 पर आई है।
बड़ी बात ये है कि भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। साथ ही कम सीटें आने के पीछे कारण बताते हुए सीएम ने कहा कि, ऐसा केवल इसलिए हुआ, क्योंकि सारा विपक्ष भाजपा के खिलाफ था। एक तरफ भाजपा और दूसरी तरफ सभी दल। कई विधानसभाओं में सीधी टक्कर होने के कारण सीटें कम आई।
धान घोटाला: एक दिसंबर तक आएंगी पीवी रिपोर्ट, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ लेंगे एक्शन
एक अन्य सवाल के जवाब में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि शिकायतों के आधार पर राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन कराई जा रही है। एक दिसंबर तक सभी रिपोर्ट सरकार के पास आ जाएंगी, इसके बाद इनकी समीक्षा की जाएगी। फिलहाल पता ये चला है कि ज्यादातर मिलों में सबकुछ ठीक मिला है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इसके अलावा, करनाल में हुए आटे घोटाले पर सीएम ने कहा कि जांच चल रही है।