Star Khabre, Chandigarh; 20th January : फेडरेशन ऑफ सेक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ (फाॅसवेक) की मंथली बैठक सेक्टर-40 के कम्युनिटी सेंटर में हुई। जिसमें विभिन्न रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर एरिया काउंसलर गुरबक्श रावत भी मौजूद थीं। फाॅसवेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा पिछले साल मई में शहर की सांसद किरण खैर ने अपना चुनावी संकल्प पत्र जारी किया था। उनमें से कितने काम हुए। इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता। एमपी को चाहिए कि कम से कम जनता को बताएं कि जो उन्होंने जनता से वादे किए थे, उनमें से कितने पूरे हो गए। शहर के प्रशासक और एमपी को शहर के विकास के कार्यों में रफ्तार लानी होगी। चंडीगढ़ का स्वच्छता रैंकिंग में 27वें नंबर पर फिसल जाना नगर निगम और पार्षदों के लिए शर्मनाक है। स्मार्ट सिटी के नाम पर चंडीगढ़ वासियों से नए-नए टैक्स लगाकर पैसा वसूला जा रहा है और उन्हें मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रखा जा रहा है।
शहर में दिन दहाड़े क्राइम हो रहे
बलजिंदर सिंह ने कहा कि शहर में दिन दहाड़े क्राइम हो रहा है। सिर्फ स्मार्ट सिटी के बैनर ही लगे हैं, काम कुछ नहीं हुआ है। इस अवसर पार्षद गुरबक्श रावत ने कहा कि वह मानती हैं कि महंगाई की मार झेल रही जनता पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं डालना चाहिए परंतु कई जनविरोधी प्रस्ताव राजनीति और बीजेपी पार्षदों के बहुमत में होने के चलते नगर निगम की बैठकों वह जो चाह रहे हैं मुद्दे पास हो जाते हैं। रावत ने कहा कि वह हमेशा फॉसवेक का साथ देने के लिए तैयार हैं। चाहे वह पार्षद रहें या न रहें। लोगों की दिक्कतों को सुलझाने के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगी। सेक्टर 38 वैस्ट आईडब्ल्यूए के अध्यक्ष और फाॅसवेक के मुख्य प्रवक्ता पंकज गुप्ता ने कहा की नगर निगम द्वारा पानी व प्रापर्टी टैक्स के रेट नाजायज तौर पर बढ़ाए गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया की जब दिल्ली में पानी लोगों को बहुत कम दरों पर उपलब्ध कराया जा सकता है तो चंडीगढ़ में क्यों नहीं? एक तरफ तो कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को वेतन और ठेकेदारों को भुगतान राशि नहीं दी जा रही है, जिसकी वजह से अधिकांश विकास कार्य अधर में लटके हुए हैं, और दूसरी तरफ नगर निगम अपने कल्चरल कार्यक्रमों में लाखों रुपए अनावश्यक रूप से खर्च कर रहा है।
बिजली और पानी की दरों को नियंत्रित रखना जरूरी
फाॅसवेक के मुख्य संरक्षक आरसी नैयर ने कहा की चंडीगढ़ में बिजली व पानी की दरों को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन व नगर निगम को सही तरह से बजट बनाना चाहिए और सभी खर्चों का ऑडिट निष्पक्ष रूप से करवाया जाना चाहिए। फाॅसवेक के जनरल सेक्रेटरी जेएस गोगिया ने चंडीगढ़ पुलिस का आम लोगों के साथ समन्वय और बीट बॉक्स का सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है। सेक्रेटरी आर एस गिल ने कहा कि चंडीगढ़ में अपराध दर बहुत तेजी से बढ़ रही है और इसे रोकने के लिए सीनियर पुलिस ऑफिशियल के पास कोई पुख्ता योजना नहीं है।
शहर की अधिकतर रोड गली और गटर ब्लॉक, लोग होते हैं परेशान
आरडब्ल्यूए सेक्टर 33ए के अध्यक्ष जे एस सरपाल ने कहा कि सेक्टर की ग्रीन बेल्ट में नगर निगम ने एक बड़ा कंपोस्ट प्लांट लगा दिया है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। सेक्टर-55 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एसएस चीमा ने कहा कि शहर की अधिकतर रोड गली और गटर ब्लॉक हैं जिससे बारिशों में पानी सड़कों पर खड़ा रहता है। सिटीजन एसोसिएशन सेक्टर 21 के महासचिव प्रदीप चौपड़ा के कहा कि चंडीगढ़ में ट्रैफिक की समस्या तेजी बढ़ रही है और ट्रिब्यून चौक पर बनने वाला फ्लाईओवर इसका कोई समाधान नहीं है। सेक्टर-39 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अमरदीप सिंह के अनुसार शांतिपथ की सड़कों की हालत इतनी खस्ता है कि कई बार तो ऐसा लगता है कि कहीं शांति पथ इस बदहाली के चलते कहीं अशांति पथ न बन जाए। ट्रैफिक लाइट्स की टाइमिंग को ट्रैफिक को देखते हुए सेट किया जाना चाहिए।