Star Khabre, Faridabad : सवा घंटे बिना रूके, बिना भूले दशरथ-केकई संवाद करना कोई आसान बात नहीं है लेकिन श्रद्धा रामलीला कमेटी में दशरथ का किरदार निभाने वाले अजय खरबंदा इस संवाद को पूरी मेहनत और शिद्दत के साथ अंजाम देते हैं। अजय खरबंदा ने बताया कि वह पिछले 7 वर्षों से दशरथ की भूमिका निभा रहे हैं। अब तो उन्हें दशरथ का एक-एक डायलॉग रट सा गया है। हालांकि फिर भी वह अपने किरदार को और निखारने और खूबसूरती से पेश करने के लिए अभ्यास करते रहते हैं। अजय रामलीला मंच पर दशरथ के किरदार के साथ बाली का किरदार भी निभाते हैं। दशरथ जहां बिल्कुल शांत स्वभाव के हैं, वहीं बाली का किरदार काफी अगे्रसिव है। दोनों किरदार एक दूसरे के विपरित है लेकिन अजय दोनों की किरदारों को बड़ी बखूबी के साथ निभाते हैं।
रक्षाबंधन के त्यौहार पर भाई बहनों को एक सूत्र में बांधने वाले अजय खरबंदा दरसअल एक्टिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य संजोना चाहते थे लेकिन किस्मत उन्हें व्यापार की ओर ले आई। अजय ने बताया कि बचपन से ही उन्हें एक्टिंग का शौक रहा है लेकिन परिवार की जिम्मेवारी के चलते उन्होंने अपना रूख व्यवसाय की ओर किया। अजय बताते हैं कि रामलीला मंच ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। नाम, शौहरत मिलने के साथ- साथ उनकी तरक्की का रास्ता भी इस मंच पर आने के बाद ही खुला। वह बताते हैं कि वैसे तो वह पिछले 12 साल से राखी बनाने का कार्य करते हैं लेकिन वर्ष 2008 में श्रद्धा रामलीला मंच से जुडऩे के बाद उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया जो आज फरीदाबाद, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में भी सांई राखी के नाम से मशहूर है। अजय मानते हैं कि इस मंच से जुडे लोगों पर भगवान राम की कृपा है और इस मंच से उन सब को न सिर्फ ख्याति मिली है बल्कि करियर के क्षेत्र में भी सब कलाकारों की तरक्की हुई है।
एनआईटी-5 निवासी अजय खरबंदा श्रद्धा रामलीला कमेटी में कलाकार के साथ-साथ आर्ट डायरेक्टर भी है। मंच पर होने वाले सभी बदलाव उन्हीं की देखरेख में होते हैं। अजय हर बार मंच पर दर्शकों को कुछ नया दिखाने का प्रयास करते हैं। इसी कड़ी में इस बार अजय अपनी क्रिएटिव सोच के साथ तकनीक का प्रयोग करते हुए सीता हरण दृश्य में पुष्पक विमान को उड़ते हुए दिखाएंगे और रावण और जटायु का हवा में युद्ध भी होगा। हनुमान भी उडक़र संजीवनी बूटी लेकर आएंगे। वहीं इस बार एलईडी लाईट्स का प्रयोग भी होगा। अजय बताते हैं कि बचपन से ही उनका रामलीला की ओर रूझान रहा है जिस कारण वह 7 साल की उम्र से ही रामलीला के मंच पर अपना प्रस्तुति देते आ रहे हैं। करीब 17 वर्ष पूर्व वह एनआईटी फरीदाबाद में होने वाली रामलीला में राम का किरदार निभाया करते थे लेकिन अब वह पिछले 7 वर्षों से दशरथ का किरदार निभा रहे हैं। श्री खरबंदा ने बताया कि वह रामलीला के समय एक महीने के लिए अपने व्यवसाय से बे्रक ले लेते हैं और अपना पूरा ध्यान रामलीला पर लगा देते हैं।